Israel-Hamas War: इजरायल-हमास के बीच युद्ध के बाद से यमन के हूती विद्रोही लाल सागर में लगातार व्यापारिक जहाज को अपना निशाना बना रहे थे. खासकर उन जहाजों को तो जो इजरायल के बंदरगाह की तरफ जा रहे थे. अब यह मामला संयुक्त राष्ट्र पहुंच गया है और यूएन की सुरक्षा परिषद ने लाल सागर क्षेत्र में व्यापारिक जहाजों को निशाने वाले विद्रोहियों की कड़ी निंदा की है. साथ ही उन्हें रोकने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया है.
प्रस्ताव पर अपने बात रखते हुए अमेरिका और जापान ने कहा कि बड़ी संख्या में हूती विद्रोहियों ने वैश्विक व्यापार में बाधा डाल रहे हैं, जिसके चलते देशों को व्यापारिक नुकसान के साथ संकट और क्षेत्रीय शांति को नुकसान पहुंचा है. प्रस्ताव 11-0 से पारित हो गया. इस दौरान यूएन सुरक्षा परिषद के चार सदस्य अनुपस्थित रहे. इनमें रूस, चीन, अल्जीरिया और मोजाम्बिक शामिल हैं.
ईरान समर्थित हूती विद्रोही बीते 10 सालों से यमन की सरकार के खिलाफ गृह युद्ध छेड़कर बैठे हैं. वहीं, अब हूतियों ने एक बयान जारी कर कहा है कि इजरायली सेना ने गाजा में मिसाइल हमला कर उसे पूरी तरह तबाह कर दिया है. जब तक वह इस युद्ध को बंद नहीं करता है तब तक वह लाल सागर में जाने वाले व्यापारिक जहाजों को अपना निशाना बनाता रहेगा, खासकर जो जहाज इजरायल के बंदरगाह की ओर जाएंगे उन्हें उड़ा दिया जाएगा.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव पारित में कहा गया है कि हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में जिन जहाजों पर कब्जा किया है, वह तत्काली प्रभाव से छोड़ दिया जाए. क्योंकि माल वाहक जहाज कंपनी के हैं, खासकर इजरायल से जुड़ी कंपनियों के जहाजों को छोड़ दिया जाए. First Updated : Thursday, 11 January 2024