बशर अल-असद को जहर देकर मारने की कोशिश? रशियन जासूस का बड़ा दावा
सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद को जहर दिए जाने का सनसनीखेज दावा एक रूसी जासूस ने किया है. बताया गया है कि यह घटना मास्को में हुई, जहां असद ने विद्रोहियों के हमले के बाद शरण ली थी. एक सोशल मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, असद को ज़हरीले पदार्थ के संपर्क में आने के संकेत मिले हैं.
सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद को लेकर एक रूसी जासूस ने सोशल मीडिया पर हैरान कर देने वाला दावा किया है. रूसी जासूस का दावा है कि यह उनकी हत्या की कोशिश थी. लेकिन, अब उनकी स्थिति स्थिर है. सीरियाई या रूसी अधिकारियों ने अब तक इस मामले में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. जहर देने की यह घटना कई सवाल खड़े कर रही है.
हालांकि, जहर दिए जाने के दावे पर सीरियाई या रूसी सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह घटना सीरिया में असद के शासन के पतन और रूस में उनके निर्वासन के बाद की चुनौतीपूर्ण स्थिति को उजागर कर रही है.
बीमारी के बाद जांच में जहर का खुलासा
रविवार को असद ने अचानक सांस लेने में तकलीफ और खांसी की शिकायत की. उनकी हालत इतनी बिगड़ गई कि उन्हें तुरंत पानी पिलाया गया और उनके अपार्टमेंट में इलाज शुरू किया गया. जांच के दौरान उनके शरीर में जहरीले पदार्थ के संपर्क के निशान पाए गए.
स्थिति अब स्थिर, लेकिन कई सवाल बाकी
सोमवार तक बशर अल-असद की हालत स्थिर बताई गई, लेकिन इस घटना को लेकर सीरियाई या रूसी अधिकारियों ने अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है. यह घटना एक ऐसे समय में सामने आई है जब असद पहले ही सीरिया में विद्रोहियों के हाथों सत्ता से बेदखल हो चुके हैं.
असद परिवार में बढ़ते मतभेद
इस बीच, असद की पत्नी अस्मा अल-असद ने मॉस्को की अदालत में तलाक की अर्जी दायर की है और लंदन लौटने के लिए विशेष अनुमति मांगी है. अस्मा ने निर्वासन में अपने जीवन को असंतोषजनक बताया है.
रूस में शरण के बावजूद कठिनाइयों का सामना
असद और उनके परिवार को रूस में राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं है, और उनकी संपत्तियां भी जब्त कर ली गई हैं. रूस में उनके खिलाफ बढ़ते दबाव और परिवारिक मतभेद ने उनकी स्थिति को और जटिल बना दिया है.
क्या आगे बढ़ेगी जहर देने की जांच?
बशर अल-असद को जहर देने की कोशिश को लेकर जांच जारी है या नहीं, यह अभी स्पष्ट नहीं है. लेकिन यह घटना सीरियाई संकट और उनके भविष्य को लेकर और सवाल खड़े कर रही है.