पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट पर बलूच आर्मी का हमला, पांच लोगों की मौत, कई गाड़ियां जलकर खाक
बीएलए आर्मी लगातार पाकिस्तान और चीन को चुनौती दे रही है. बता दें कि पाकिस्तान में ग्वादर पोर्ट चीन की मदद से विकसित किया जा रहा है. इसके साथ ही यह पाकिस्तान चीन इकोनॉमिक कॉरिडोर का हिस्सा भी है. इस हमले ने एक बार फिर बलूचिस्तान के हालात को दुनिया के सामने उजागर कर दिया है. बलूचिस्तान सिंध और खैबर पख्तूनख्वा जैसे इलाकों में पंजाबी मूल के लोगों के खिलाफ गुस्सा है.

पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हाल के दिनों में आतंकवादी घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गई है. इसी महीने 11 मार्च को जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक करने के बाद एक के बाद एक आतंकी हमले हो रहे हैं. बलूचिस्तान में बलोच लिबरेशन आर्मी ने एक बार हमला किया है. इस हमले में पांच लोगों की मौत हो गई है. इसके अलावा कई वाहनों को आगे के हवाले कर दिया गया. बताया जा रहा है कि वाहनों में माल ढुलाई का काम हो रहा था.
बीएलए आर्मी लगातार पाकिस्तान और चीन को चुनौती दे रही है. बता दें कि पाकिस्तान में ग्वादर पोर्ट चीन की मदद से विकसित किया जा रहा है. इसके साथ ही यह पाकिस्तान चीन इकोनॉमिक कॉरिडोर का हिस्सा भी है. इस हमले ने एक बार फिर बलूचिस्तान के हालात को दुनिया के सामने उजागर कर दिया है, जहां बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी समेत कई संगठनों ने पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.
ग्वादर पोर्ट पर जानलेवा हमला
यह हमला ग्वादर जिले के ताजबान इलाके में हुआ. हाईवे पुलिस एसएसपी फहीज बलूच ने बताया कि हथियारबंद लोगों ने हाईवे को जाम कर दिया था. इसके बाद इन लोगों ने कई वाहनों में आग लगा दी और कई लोगों को चुन-चुनकर मार डाला. इस दौरान तीन बड़े ट्रकों को भी आग के हवाले कर दिया गया, जो ग्वादर पोर्ट से अफगानिस्तान जाने के लिए यूरिया से लदे थे.
एसएसपी ने बताया कि हथियारबंद विद्रोहियों ने तुर्बत, ताजबान, पंजगुर और पसनी में सड़कें जाम कर दी हैं. इसके अलावा बोलन, कोलपुर और मस्तंग इलाकों में भी हाईवे जाम होने की खबरें हैं. किसी तरह पुलिस प्रशासन ने हाईवे खुलवाया, लेकिन तब विद्रोहियों ने काफी नुकसान पहुंचाया था.
पांच की मौत
सूचना मिलते ही पाकिस्तानी सुरक्षा बल सक्रिय हो गए और हाईवे खुलवा दिए. अभी भी कई इलाकों में सड़कें खुलवाने की कोशिशें जारी हैं. इस दौरान इन विद्रोहियों ने कराची जा रही एक यात्री बस को रोककर उसमें सवार लोगों को एक-एक करके मार डाला. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक पंजाबी मूल के लोगों की हत्या की गई है. इससे पहले भी बलूचिस्तान में टारगेट किलिंग होती रही है, जिसमें पंजाबी मूल के लोगों की हत्या की गई है.
बलूचिस्तान में वाहन जलाए गए
बलूचिस्तान सिंध और खैबर पख्तूनख्वा जैसे इलाकों में पंजाबी मूल के लोगों के खिलाफ गुस्सा है. इन राज्यों में यह मान्यता है कि पंजाबी मूल के लोगों ने प्रशासन, राजनीति और सेना पर कब्जा कर लिया है. एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि विद्रोहियों ने 4 लोगों की हत्या कर दी, जबकि तीन लोगों को वे अपने साथ ले गए. मारे गए सभी चार लोग पंजाब के थे.