Pakistan civil war: पाकिस्तान, जो कभी परमाणु धमकी देने में पीछे नहीं रहता था, अब बलूचिस्तान के विद्रोह के कारण बुरी तरह से घिर चुका है. पहले हिंदुस्तान और फिर तालिबान के प्रहार झेलने के बाद अब बलूचिस्तान ने पाकिस्तान पर हमला बोल दिया है. बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने अकबर बुगती की बरसी पर हिंसक विद्रोह को एक नई शक्ल देते हुए पाकिस्तान को हिला कर रख दिया है. मजहबी जंजीरों में जकड़े पाकिस्तान के अलग-अलग सूबों में बगावत की आग सिंध से लेकर बलूचिस्तान तक फैल चुकी है, जिससे गृहयुद्ध के हालात बन गए हैं. पाकिस्तानी सेना के जुल्मों के खिलाफ बलूचिस्तान की हर गली में आवाजें बुलंद हैं और बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी की बंदूकें आजादी की जंग को और तेज कर रही हैं. शहबाज शरीफ की सरकार इन हालात को संभालने में पूरी तरह नाकाम रही है, और पाकिस्तानी जवान अपनी नौकरी छोड़ रहे हैं. यह साफ संकेत है कि पाकिस्तान का खंड-खंड होना अब तय है. सवाल यह है कि क्या बलूचिस्तान, सिंध और पंजाब की बगावत पाकिस्तान को टुकड़ों में बांट देगी और बलूचिस्तान आजाद होगा?