बाज नहीं आ रहा बांग्लादेश, एक और हिंदू महिला का कट्टरपंथियों ने किया गैंगरेप, हुई दर्दनाक मौत
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय पर हो रहे हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. अब यहां के नरैल में 52 साल की बसना मलिक की रहस्यमयी तरीके से मौत हो गई. ऐसा कहा जा रहा कि उसके साथ गैंगरेप किया गया था. जिसके कारण उसने कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली.
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय पर लगातार हमले हो रहे हैं, और उनके धार्मिक स्थलों को भी निशाना बनाया जा रहा है. अब एक और दुखद घटना सामने आई है, जहां नरैल जिले में एक हिंदू महिला, बसना मलिक (52), की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई है. ऐसा कहा जा रहा है कि बसना के साथ बलात्कार किया गया था. जिसके बाद उनकी मौत हुई है.
परिवार के अनुसार, बसना मलिक 24 दिसंबर, मंगलवार को शाम करीब 8 बजे घर लौटीं. इसके बाद उन्हें उल्टियां होने लगीं. रात को खाना खाने के बाद उन्होंने बिना किसी जानकारी के सोने का निर्णय लिया. बुधवार को उनकी हालत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें जेसोर जनरल अस्पताल में भर्ती कराया गया. हालांकि, गुरुवार रात करीब 11 बजे उनकी मौत हो गई. इस घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है और मामले की जांच शुरू की गई है।
गैंगरेप के बाद की आत्महत्या?
नाम न छापने की शर्त पर स्थानीय युवक ने बताया कि बासना के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था. इसके साथ ही उसे जबरन परेशान भी किया गया. जिसके कारण वह परेशान थी. यही कारण है कि उसने शर्म के मारे कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली.
बेटे ने बताया मां के साथ हुआ गंदा व्यवहार
मृतक के बेटे, रिंकू मलिक ने बताया कि उसकी मां के साथ बहुत बुरा व्यवहार किया गया था. उन्होंने कहा कि उसकी मां को लगातार परेशान किया गया और उनके साथ बहुत दरिंदगी की गई. रिंकू ने न्याय की मांग करते हुए कहा, "मैं चाहता हूं कि मेरी मां को न्याय मिले और अपराधियों को सजा दी जाए."
बसना मलिक की मौत के बाद उनका शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद शव को मैजपारा के पोराडांगा गांव स्थित स्थानीय श्मशान में दफनाया गया. इस मामले में पुलिस जांच कर रही है और मौत की असली वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगी.
मामले को लेकर क्या बोली पुलिस?
इस संबंध में सदर थाने के ओसी मो साजेदुल इस्लाम ने बासना की मौत को रहस्यमय बताया है. उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी दोपहर को मिली थी. हमने कुछ गांव वालों से बातचीत की जिसमें पता चला कि बसना का गांव के ही लडके के साथ संबंध था. मंगलवार रात स्थानीय लोगों ने उसे रंगेहाथ पकड़ लिया था.
लगातार अल्पंख्यकों को किया जा रहा टारगेट
बांग्लादेश में शेख हसीना के जाने के बाद से ही हिंसा देखने को मिल रही है. कई धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है. इसके साथ ही उनके दुकानों और दुकानों पर भी हमले किए जा रहे हैं.