Bangladesh Protests: भारत के पड़ोसी बांग्लादेश में हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं. प्रदर्शनों के कारण आम लोगों का जीना मुहाल हो गया है. उग्र हुए इस आंदोलन के कारण अब तक देश में 114 लोगों की मौत हो गई है. सरकार ने अब इससे निपटने के लिए कर्फ्यू लगा दिया है. हालात और न बिगड़े इस कारण देश में दो दिन की सार्वजनिक छुट्टी घोषित कर दी गई है. वहीं पुलिस और सेना ने इससे सख्ती से निपटने का पूरा प्लान बना लिया है.
बता दें बांग्लादेश में कोटा प्रणाली को समाप्त करने की मांग हो रही है. इसमें 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ देश की आजादी के लिए लड़ने वाले दिग्गजों के परिजनों को 30% आरक्षण दिया जाता है. इसी को लेकर प्रदर्शन चल रहे हैं लेकिन तब बढ़े जब शेख हसीना ने कहा कि अगर स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार को लाभ नहीं मिलता तो क्या रजाकारों के पोते-पोतियों को लाभ देना उचित है?
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार ढाका की सुनसान सड़कों पर सैनिकों ने गश्त जारी है. सरकार ने सभी कार्यालयों और संस्थाओं को दो दिनों के लिए बंद कर दिया है. शनिवार को ढाका के कुछ इलाकों में झड़पों के दौरान कम से कम चार लोगों की मौत हो गई. इसी के साथ मौत का आंकड़ा 144 पहुंच गया. शेख हसीना की सरकार ने स्थिति का देखते हुए रविवार और सोमवार को “सार्वजनिक अवकाश” घोषित कर दिया है.
राष्ट्रीय कर्फ्यू के बीच बांग्लादेश पुलिस को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं. कर्फ्यू के कारण लोग अपने ही घरों में कैद हो गए हैं. शुक्रवार मध्य रात्रि को लगाया गया कर्फ्यू रविवार तक जारी है. अब सरकार के छुट्टी के ऐलान के बाद पुलिस तेजी से बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश कर रही है. देखते ही गोली मारने के आदेश के बाद लोगों में कुछ शांति की उम्मीद की जा रही है.