सीरिया छोड़कर रूस पहुंचे बशर अल-असद, राष्ट्रपति को लाने में क्या रही पुतिन की रणनीति?
International news: सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल असद के सीरिया छोड़ने के बाद रूस पहुंचने की खबर सामने आई है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बशर अल असद को अपने देश में राजनीतिक शरण दी है. रूसी उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने कहा कि असद को बेहद सुरक्षित तरीके से मॉस्को लाया गया.
International news: सीरियाई अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर रूस पहुंच गए हैं. वहीं, विद्रोहियों ने दमिश्क समेत देश के कई हिस्सों पर कब्जा कर लिया हैं. राष्ट्रपति के रूस पहुंचने से कयासबाजियों का दौर शुरू हो गया हैं. इस बीच, रूसी उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने कहा कि असद को बेहद सुरक्षित तरीके से मॉस्को लाया गया.
रूस ने दिया शरण का प्रस्ताव
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने असद को शरण देने का निर्णय लिया है. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि उनके साथ उनके परिवार के कौन-कौन से सदस्य रूस पहुंचे हैं.
रूसी उप विदेश मंत्री ने क्या कहा?
इंटरव्यू के दौरान रूसी उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने कहा कि असद सुरक्षित हैं और यह दर्शाता है कि रूस ऐसी असाधारण स्थिति में आवश्यकतानुसार कार्य करता है.
कैसे पहुंचाए गए असद?
सूत्रों की मानें तो सीरिया से असद को निकालने की योजना रूस ने कई बार जांची और हर छोटी-बड़ी संभावना का ध्यान रखा. इस अभियान के लिए एक रूसी आयल टैंकर IL-78 विमान का उपयोग किया गया. राष्ट्रपति निवास से असद को कड़ी सुरक्षा के बीच दमिश्क अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे लाया गया. वहां सीरियाई सरकारी सेना का नियंत्रण था. उनके परिवार को जरूरी सामान के साथ विमान में चढ़ाया गया और जल्द ही रूस के लिए रवाना कर दिया गया.
सीरिया और रूस के गहरे संबंध
आपको बता दें कि रूस ने शीत युद्ध के दिनों से ही सीरिया का समर्थन किया है. मॉस्को ने 1944 में सीरिया की स्वतंत्रता को मान्यता दी थी और तब से दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत रहे हैं.