कैसे बनेगा इस्लामिक राष्ट्र समर्थकों से भिड़े मुस्लिम कमांडर, जानें खूनी संघर्ष की कहानी

Bloody Clash Between Commander And Supporters: दक्षिणी फिलीपींस में इस्लामिक राष्ट्र को लेकर एक्टिव मोरो इस्लामिक लिबरेशन फ्रंट के दो मुस्लिम गुरिल्ला कमांडरों और उनके समर्थकों के बीच संघर्ष हो गया. इसके बाद सवाल उठ रहा है क्या ये आपस में ही लड़ लेंगे.

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Bloody Clash Between Commander And Supporters: दक्षिणी फिलीपींस के कोताबातो शहर में एक भूमि विवाद के कारण दो मुस्लिम गुरिल्ला कमांडरों और उनके समर्थकों के बीच हुई झड़प में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई है. सैन्य और स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, इस घटना ने पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है. जानकारी के अनुसार, यह झड़प बुधवार को मागुइंडानाओ डेल सुर प्रांत के पगालुंगन क्षेत्र में हुई. इस विवाद में ‘मोरो इस्लामिक लिबरेशन फ्रंट’ (MILF) के दो कमांडरों के बीच संघर्ष हुआ.

प्रारंभिक झड़प के बाद, सेना, पुलिस और विद्रोही मोर्चे के नेताओं ने समझौता कराने का प्रयास किया था. हालांकि, स्थिति फिर से बिगड़ गई और एक और हिंसक झड़प हुई, जिसके परिणामस्वरूप कई लोगों की जान चली गई. बताया जा रहा है ये मामला लंबे समय से चल रहा भूमि विवाद के कारण हुआ है.

मोरो इस्लामिक लिबरेशन फ्रंट

‘मोरो इस्लामिक लिबरेशन फ्रंट’ दक्षिण फिलीपींस का सबसे बड़ा मुस्लिम अलगाववादी सशस्त्र संगठन है. इसका उद्देश्य मुस्लिम आबादी के अधिकारों की रक्षा करना और एक स्वतंत्र मुस्लिम राज्य की स्थापना करना है. यह संगठन पिछले कई वर्षों से स्थानीय संघर्षों में सक्रिय रहा है और फिलीपींस सरकार के साथ कई बार शांति वार्ताएं भी कर चुका है.

स्थिति की गंभीरता

छठे इन्फैंट्री डिविजन के प्रवक्ता, लेफ्टिनेंट कर्नल रोडेन ऑर्बन ने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए तैनात सरकारी बलों ने झड़प स्थल से नौ शव बरामद किए हैं. इसके अलावा, पांच अन्य लोग घायल भी हुए हैं. उन्होंने यह भी बताया कि मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 11 हो गई है. इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है, और सैनिकों ने झड़प वाली जगह से पांच राइफल भी बरामद की हैं.

इस झड़प ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भूमि विवादों के कारण दक्षिणी फिलीपींस में स्थिति कितनी संवेदनशील हो सकती है. स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों को इस प्रकार के संघर्षों को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके.

First Updated : Thursday, 31 October 2024