बॉर्डर में तनाव: क्या ये यूनुस सरकार का फरमान है? भारत को रोक रहे बांग्लादेशी सैनिक
तख्तापलट के बाद बांग्लादेश अपना तेवर दिखाने लगा है जिसकी वजह सीमा पर तनाव बढ़ गया है. बांग्लादेश ने भारत को सीमा पर बाड़ लगाने से रोक दिया है. यह मामला कूचबिहार स्थित सीमा क्षेत्र का है जहां जानवरों को रोकने के लिए मवेशी बाड़ बनाई जा रही थी. एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले को लेकर लोगों ने बताया कि कोई हिंसा नहीं हुई, लेकिन निर्माण कार्य को फिलहाल रोक दिया गया है.
बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के कर्मियों ने गुरुवार शाम को उत्तर बंगाल के कूचबिहार में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकारियों को मवेशी बाड़ बनाने से रोक दिया. इसके बाद ढाका में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच दोनों देशों के बीच संबंध और तनावपूर्ण हो गए. एक अधिकारी ने बताया कि मवेशी बाड़ का निर्माण दोनों देशों के बीच 2012 में हुए समझौते के अनुसार किया जा रहा है. इस मामले को लेकर लोगों ने बताया कि कोई हिंसा नहीं हुई, लेकिन निर्माण कार्य को फिलहाल रोक दिया गया है.
उन्होंने आगे बताया कि इस अक्टूबर में दिल्ली में दोनों सेनाओं के महानिदेशकों की बैठक में इस मुद्दे को उठाया जाएगा. दोनों सीमा सुरक्षा बलों के प्रमुख 4,096.7 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर मुद्दों पर चर्चा करने के लिए साल में दो बार मिलते हैं. पिछली बैठक इस साल 5 मार्च को बांग्लादेश में हुई थी. निश्चित रूप से, बीजीबी को अभी भी आगामी बैठक की तारीख की पुष्टि करनी है.
बीजीबी के कर्मी ने बाड़ लगाने से रोका
बीएसएफ के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया, 'जब हमारे कर्मी मवेशियों के लिए बाड़ के निर्माण की निगरानी कर रहे थे, तब बीजीबी के कर्मी वहां आए और उन्होंने आपत्ति जताई. यह सीमा पर बाड़ भी नहीं थी.' नाम न बताने की शर्त पर अधिकारी ने कहा, 'बाड़ का निर्माण यह सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है कि एक देश के मवेशी दूसरे देश में न चले जाएं, जिससे अक्सर दोनों ओर के गांव के निवासियों के बीच विवाद पैदा हो जाता है.'
महानिदेशकों की बैठक में उठाया जाएगा सवाल
जीबी और बीएसएफ बटालियन कमांडेंटों ने इस मुद्दे को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने के लिए सीमा पर फ्लैग मीटिंग की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका. दूसरे अधिकारी ने कहा, 'यह मामला अक्टूबर के पहले सप्ताह में दिल्ली में होने वाली दोनों सेनाओं के महानिदेशकों की बैठक में उठाया जाएगा. सीमा के दोनों ओर कोई हिंसा नहीं है, लेकिन दोनों सेनाओं की ओर से गश्त बढ़ा दी गई है.
तख्तापलट के बाद बढ़ा सीमा विवाद
बता दें कि बीते एक हफ़्ते में ये दूसरी बार है जब सीमा पर तनाव बढ़ा है. 5 अगस्त को अराजकता और हिंसा के बीच बांग्लादेश की अवामी लीग सरकार के गिरने के बाद से सीमा विवाद चरम पर है. तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के ढाका छोड़ने के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता और माइक्रो फाइनेंस के अग्रणी मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार ने कार्यभार संभाला है.