Britain Imposes Tough Sanctions on Russia: ब्रिटेन ने रूस पर यूक्रेनी बच्चों के जबरन निर्वासन और उनके साथ की जा रही क्रूरता को लेकर दस नए प्रतिबंधों की घोषणा की है. ब्रिटिश सरकार ने साफ तौर पर कहा कि वह उन लोगों को निशाना बना रही है जो यूक्रेनी बच्चों के निर्वासन में रूस का सहयोग कर रहे हैं और जिनका मकसद यूक्रेनी सांस्कृतिक विरासत को नष्ट करना है.
युद्ध में बच्चों को मोहरा नहीं बनाना चाहिए
ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी ने इस प्रतिबंध को लेकर बयान में कहा, 'किसी भी बच्चे को युद्ध में मोहरे के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन रूस का यह कदम यह दिखाता है कि वे किस हद तक जा सकते हैं. यूक्रेनी बच्चों को निशाना बनाना, पुतिन के यूक्रेन और उसके लोगों को मानचित्र से मिटाने के प्रयास का हिस्सा है.' लैमी ने यह भी कहा कि ब्रिटेन यूक्रेन के संघर्ष में उनके साथ खड़ा रहेगा, जो अपनी स्वतंत्रता, आजादी और जीत के लिए संघर्ष कर रहा है.
यूक्रेनी बच्चों का जबरन निर्वासन
ब्रिटेन सरकार का दावा है कि रूस ने 19,500 से अधिक यूक्रेनी बच्चों को जबरन रूस में स्थानांतरित किया है. इसके अलावा, अनुमानित 6,000 बच्चों को शिक्षा शिविरों में भेज दिया गया है, जहां उनके मानसिकता और सांस्कृतिक पहचान को बदलने की कोशिश की जा रही है. यह रूस का एक घिनौना प्रयास है, जिसमें वह यूक्रेनी बच्चों को अपने कब्जे में लेकर उनकी सांस्कृतिक और राष्ट्रीय पहचान को समाप्त करने की कोशिश कर रहा है.
अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था
यह कदम यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध में एक नया मोड़ है, जिसमें पिछले साल अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) ने बच्चों के जबरन निर्वासन के आरोप में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और रूस के बाल अधिकार आयुक्त मारिया अलेक्सेयेवना ल्वोवा-बेलोवा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. यह फैसला रूस के इस अत्याचार को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था, लेकिन रूस की सरकार पर इसका कोई असर नहीं हुआ है.
ब्रिटेन का समर्थन यूक्रेन के लिए अडिग
ब्रिटेन का कहना है कि रूस के आक्रमण के खिलाफ यूक्रेन ने अब तक 1000 दिनों तक बहादुरी से अपनी रक्षा की है और यह समय की बड़ी उपलब्धि है. ब्रिटेन यूक्रेन के साथ खड़ा है और इसके संघर्ष में लगातार मदद करता रहेगा. अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर ब्रिटेन रूस की आक्रामकता का सामना करने और यूक्रेनी लोगों के लिए स्वतंत्रता, आजादी और जीत की लड़ाई में उनके साथ है.
ब्रिटेन ने यह प्रतिबंध रूस के खिलाफ एक संदेश के रूप में जारी किए हैं कि वह यूक्रेनी बच्चों के साथ होने वाली क्रूरता को सहन नहीं करेगा और जो लोग इस अत्याचार में शामिल हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी अपील की है कि वह रूस की इस तरह की क्रूरता के खिलाफ एकजुट होकर काम करें और यूक्रेनी बच्चों को उनकी पहचान और स्वतंत्रता का अधिकार वापस दिलवाने की कोशिश करें. First Updated : Tuesday, 19 November 2024