Britain: लंदन में भिड़े इजरायली और फिलिस्तीनी समर्थक, पीएम ऋषि सुनक ने हमास समर्थकों को आतंकवादी करार दिया
Isreal Hamas War: इजरायल और हमास के युद्ध के बाद दुनिया भर के कई देशों में लगातार प्रर्दशन हो रहें हैं. इस बीच दुनिया दो खेमों में बंटी नजर आ रही है. कोई इजरायल का पक्ष ले रहा है तो कोई फिलिस्तनी को सपोर्ट कर रहा है.
Israel-Palestine War: इजरायल और चरमपंथी समूह हमास के बीच सात अक्टूबर यानी शनिवार से जंग से जारी है. इजरायल और हमास के युद्ध के बाद से दुनियाभर के कई देशों में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. इस जंग में दुनिया दो खेमों में बंटी नजर आ रही है. किसी देश में इजरायल तो किसी देश में फिलिस्तीन के समर्थन में लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच ब्रिटेन में युद्ध के बाद दो गुट सोमवार देर रात आपस में भिड़ गए.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजधानी लंदन के हाई स्ट्रीट केंसिंग्टन ट्यूब स्टेशन में सोमवार देर रात आपस दो गुट आपस में भिड़ गए. सड़कों पर प्रदर्शन के दौरान एक गुट इजरायल को सपोर्ट कर रहा था जबकि दूसरा फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन कर रहा था. दरअसल, इजरायल और हमास के युद्ध के बाद दुनिया दो खेमों में बंटी नजर आ रही हैं. अमेरिका, ब्रिटेन, भारत और स्पेन जैसे कुछ देश इजरायल के समर्थन में खड़े हैं. जबकि लेबनान, ईरान और पाकिस्तान जैसे इस्लामिक देश फिलिस्तीन की आड़ में हमास का समर्थन कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला?
विदेशी मीडिया के मुताबिक, लंदन में जगह-जगह फिलिस्तीन और इजरायल के समर्थन में प्रदर्शन हो रहे हैं. बहुत सी जगह ये प्रदर्शन उग्र होते जा रहे हैं. फिलिस्तनी के झंडे के साथ हजारों प्रदर्शनकारी इजरायल के खिलाफ धार्मिक नारेबाजी कर रहे हैं. वहीं, पुलिस का कहना है कि झड़क की सूचना मिलते ही हम मौके पर पहुंचे और दोनों गुटों को अलग किया. हमारी प्राथमिका इलाकों में शांति कायम करने के साथ ही तनाव कम करना है. पुलिस ने कहा कि इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही हैं.
पीएम सुनक ने हमास का समर्थकों करने वालों को बताया आतंकवादी
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने हमास का समर्थन करने वालों को आतंकवादी करार दिया है. सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पीएम सुनक ने लिखा, 'जो लोग हमास का समर्थन करते हैं, वे इस भयावह हमले के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार हैं. वे स्वतंत्रता सेनानी नहीं हैं. वे उग्रवादी नहीं हैं. वे आतंकवादी हैं.'