ब्रिटेन की युनिवर्सिटी का वाइस चांसलर हुआ सस्पेंड, भारतीय महिला के साथ थे अवैध संबंध

UK University Vice Chancellor Suspended: ब्रिटेन में बकिंघम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर जेम्स टूली को हैदराबाद की एक युवती के साथ संबंध के आरोपों के बाद सस्पेंड कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि उन्होंने उसकी यूनिवर्सिटी की फीस भरने में मदद की थी. ये खुलासा भारतीय महिला की डायरी से हुआ है.

calender

UK University Vice Chancellor Suspended: ब्रिटेन के बकिंघम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर जेम्स टूली को भारतीय महिला के साथ संबंधों के आरोपों के चलते निलंबित कर दिया गया है. महिला ने अपनी डायरी में टूली के साथ यौन संबंध होने के दावे किए हैं. यह मामला तब प्रकाश में आया जब टूली की पत्नी ने युवती की डायरी की प्रतियां विश्वविद्यालय को सौंप दीं. शिक्षा नीति के विशेषज्ञ और 2020 से वाइस चांसलर रहे जेम्स टूली ने इन आरोपों को "निराधार और दुर्भावनापूर्ण" बताया है. विश्वविद्यालय ने इस प्रकरण की स्वतंत्र जांच कराने की घोषणा की है.

भारतीय महिला ने अपनी डायरी में लिखा कि उसके और 65 वर्षीय प्रोफेसर जेम्स टूली के बीच यौन संबंध थे. उसने बताया कि जब वह पहली बार टूली से मिली थी, तब वह 18 वर्ष की थी. हालांकि, उसके मुताबिक, यौन संबंध तब शुरू हुए जब वह 25 वर्ष की हो गई थी. डायरी में महिला ने टूली का समर्थन करते हुए लिखा, "वह दयालु और विचारशील थे. लोग कहेंगे कि उन्होंने मेरा इस्तेमाल किया, लेकिन ऐसा नहीं है."

विश्वविद्यालय ने लिया निलंबन का फैसला

बकिंघम विश्वविद्यालय ने 11 अक्टूबर को आपातकालीन बैठक बुलाकर वाइस चांसलर टूली को निलंबित कर दिया. विश्वविद्यालय प्रबंधकों ने कहा, "वाइस चांसलर को गंभीर आरोपों के बाद निलंबित किया गया है. इन दावों की सत्यता का पता लगाने के लिए स्वतंत्र जांच कराई जाएगी."

पत्नी ने सौंपे सबूत

जेम्स टूली की पत्नी सिंथिया, जो एक उद्यमी और टीवी शख्सियत हैं, ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने युवती द्वारा लिखी गई डायरी की प्रतियां विश्वविद्यालय को सौंपीं. सिंथिया ने 2022 में टूली से शादी की थी, लेकिन अब दोनों अलग रह रहे हैं.

कैसे शुरू हुआ था रिश्ता?

कथित तौर पर टूली का महिला से संबंध हैदराबाद में शुरू हुआ. वह एक परियोजना पर काम कर रहे थे, जिसका उद्देश्य गरीब समुदायों के लिए कम लागत वाले निजी स्कूल उपलब्ध कराना था. महिला के पिता को जानने वाले टूली ने उसकी यूनिवर्सिटी की ट्यूशन फीस में योगदान दिया था.

कौन हैं जेम्स टूली?

जेम्स टूली ने न्यूकैसल विश्वविद्यालय में शिक्षाविद के रूप में काम किया है और लंदन विश्वविद्यालय से पीएचडी की है. वह शैक्षणिक स्वतंत्रता और विविधता लक्ष्यों के मुखर समर्थक रहे हैं. First Updated : Friday, 06 December 2024