मुस्लिम लड़की की स्पीच से डर गई केलिफोर्निया यूनिवर्स्टी, जानिए क्यों लगाई भाषण पर पाबंदी?
California university : साउथ कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी (USC) ने सुरक्षा का हवाला देकर अपने मुस्लिम छात्रा के दिक्षांत समारोह पर देने वाली स्पीच पर रोक लगा दी है. मुस्लिम छात्रा ने कहा था कि फिलिस्तीन के खिलाफ जहर उगलने वाले मुझे बोलने नहीं दे रहे हैं.
California University: ईरान के इजराइल पर किए गए हमले के बाद मिडिल ईस्ट मे छिड़ी जंग और बढ़ गई है. जिसके बाद इसका खौफ पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है. इस बीच इस्लामिक टेररिज्म से डरकर साउथ कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी (USC) ने सुरक्षा का हवाला देकर अपने मुस्लिम छात्रा के दिक्षांत समारोह पर देने वाली स्पीच पर रोक लगा दी है. मुस्लिम छात्रा ने कहा था कि फिलिस्तीन के खिलाफ जहर उगलने वाले मुझे बोलने नहीं दे रहे हैं.
इस दौरान यूएससी के अधिकारी एंड्रयू गुजमैन ने दावा किया कि यह दिक्षांत समारोह अगले महीने है. ऐसे में आरोप लगे हैं कि फिलिस्तीन के हक में उठने वाली आवाजों को दबाया जा रहा है, उन्होंने कहा कि इसका अभिव्यक्ति की आजादी से कोई लेना देना नहीं है. हमने यह कदम सिर्फ कैंपस की सुरक्षा के लिए उठाया है.
क्यों उठाना पड़ा स्पीच रोकने का कदम?
बायोमेडिकल इंजीनियरिंग चीफ असना तबस्सुम ने स्पीच रोक्न एक फैसले पर सवाल उठाए हैं.. उन्होंने कहा है कि क्या सिर्फ सुरक्षा के लिए ही ऐसा किया जा रहा है या इसके पीछे फिलिस्तीन से बेपनाह नफरत है. इस दौरान यूएससी के अधिकारी एंड्रयू गुजमैन ने असना तबस्सुम के नाम का जिक्र तक नहीं किया, न ही ये बताया कि वह कैसी स्पीच देने वाली थीं, या उनके राजनीतिक विचार क्या हैं. उन्हें क्यों खतरा लग रहा है, इस पर भी विश्वविद्याल प्रशासन की ओर से कुछ भी नहीं कहा गया है.
ऐसे में एंड्रयू गुजमैन ने लिखा, 'सोशल मीडिया पर मिडिल-ईस्ट में जारी जंग को लेकर लोग तरह-तरह की भावनाएं जाहिर कर रहे हैं. इसमें कैंपस के बाहर की आवाजें भी सामिल हैं. सुरक्षा पर खतरा है इसलिए हमें जरूरी कदम उठाने की जरूरत है. अब हमारी चुनौतियां बढ़ गई हैं. हमारे कोई छात्र स्पीच नहीं देंगे. परपंरा को सुरक्षा की कीमत पर नहीं पूरा किया जा सकता है.'
मिडिल ईस्ट में क्या है जारी संघर्ष?
लॉस एंजिल्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे फैसले पहले कभी नहीं लिए गए. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिका में मुसलमान, यहूदी, अरब, फिलिस्तीनी और ईरानी के खिलाफ नफरत फैलाने के मामले तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है. इजराइल और फिलिस्तीन में 7 अक्टूबर को शुरू हुए भीषण युद्ध के बाद नफरत और बढ़ गई है.
एक तरफ इजराइल और हमास के बीच जंग जारी ही थी कि ईरान और इजराइल के बीच एक नई जंग शुरू हो चुकी है. 1 अप्रैल के बाद ही दोनों देशों के बीच मिसाइल हमले छिड़े हुए हैं. हजारों लोगों की जान पर आफत बनी हुई है.
यूनिवर्सिटी में कब शुरू होना था दीक्षांत समारोह
10 मई को यूनिवर्सिटी का दिक्षांत समारोह होने वाला था. इस साल 19,000 से ज्यादा स्टूडेंट अवार्ड पाने वाले थे. ऐसे माना जा रहा था कि 65,000 लोगों की मौजूदगी में डाउनटाउन लॉस एंजिल्स कैंपस में ये कार्यक्रम होगा लेकिन अब इस पर खतरा मंडरा रहा है.