मुश्किल में PM ट्रूडो, सहयोगी पार्टी लाएगी अविश्वास प्रस्ताव; पढ़ें पूरी खबर
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, जो लंबे समय से राजनीतिक संकट के बावजूद अपनी सत्ता बरकरार रखे हुए हैं, अब एक गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं. न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के नेता जगमीत सिंह ने यह घोषणा की है कि वह 27 जनवरी को शीतकालीन अवकाश के बाद हाउस ऑफ कॉमन्स में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे.
Justin Trudeau: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, जो कई महीनों से राजनीतिक संकट के बावजूद सत्ता में बने हुए हैं, अब गंभीर चुनौती का सामना कर रहे हैं. न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के नेता जगमीत सिंह ने घोषणा की है कि वह 27 जनवरी को शीतकालीन अवकाश के बाद हाउस ऑफ कॉमन्स में अविश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे. सिंह ने साफ कहा है कि ''लिबरल पार्टी का नेतृत्व चाहे कोई भी करे, इस सरकार का समय खत्म हो चुका है.''
जगमीत सिंह का हमला
आपको बता दें कि जगमीत सिंह ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा, ''जस्टिन ट्रूडो एक प्रधानमंत्री के सबसे बड़े काम में विफल रहे. जैसे शक्तिशाली लोगों के लिए काम करना. एनडीपी इस सरकार को गिराने के लिए वोट करेगी और कनाडाई लोगों को एक ऐसी सरकार के लिए वोट करने का मौका देगी जो उनके लिए काम करेगी.''
Justin Trudeau failed in the biggest job a Prime Minister has: to work for people, not the powerful.
— Jagmeet Singh (@theJagmeetSingh) December 20, 2024
The NDP will vote to bring this government down, and give Canadians a chance to vote for a government who will work for them. pic.twitter.com/uqklF6RrUX
विपक्ष का साथ
वहीं आपको बता दें कि सिंह को मुख्य विपक्षी दल कंजर्वेटिव पार्टी और ब्लॉक क्यूबेकॉइस का समर्थन मिला है. कंजर्वेटिव नेता पियरे पोलीवरे ने भी एनडीपी से ट्रूडो सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग की थी. ब्लॉक क्यूबेकॉइस ने कहा है कि वे भी इस प्रस्ताव का समर्थन करेंगे, जिससे ट्रूडो सरकार के पास बहुमत खोने का खतरा बढ़ गया है.
लिबरल पार्टी में बगावत
इसके अलावा आपको बता दें कि ट्रूडो की पार्टी में भी असंतोष बढ़ रहा है. 19 सांसदों ने सार्वजनिक रूप से उनके नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं. लिबरल सांसद जेनिका एटविन ने यहां तक कहा है कि वह ट्रूडो के नेतृत्व में अगला चुनाव नहीं लड़ेंगी. हालांकि, इन सबके बावजूद, जस्टिन ट्रूडो ने स्पष्ट किया है कि वह पद छोड़ने का इरादा नहीं रखते.