CBI Raid: समीर वानखेड़े के ठिकानों पर सीबीआई का छापा, आर्यन खान से जुड़ा है मामला
CBI Raid: सीबीआई ने एनसीबी मुंबई जोन के पूर्व चीफ समीर वानखेड़े और तीन अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। शुक्रवार (12 मई) को सीबीआई ने 4 राज्यों में समीर वानखेड़े के 29 ठिकानों पर छापा मारा है।
हाइलाइट
- जांच एजेंसी ने आर्यन खान क्रूज मामले से संबंधित भ्रष्टाचार के एक मामले में समीर वानखेड़े के खिलाफ कार्रवाई की है।
सीबीआई ने शुक्रवार (12 मई) को एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) मुंबई जोन के पूर्व चीफ समीर वानखेड़े के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। सीबीआई ने बताया कि आर्यन खान क्रूज मामले से संबंधित भ्रष्टाचार के एक मामले में मुंबई एनसीबी के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े और तीन अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही एजेंसी ने दिल्ली, मुंबई, रांची (झारखंड) और कानपुर (उत्तर प्रदेश) सहित समीर वानखेड़े के 29 ठिकानों पर छापा मारा है।
गौरतलब हो कि समीर वानखेड़े ने अक्टूबर, 2021 में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को कथित क्रूज ड्रग्स केस में गिरफ्तार किया था। उस समय समीर वानखेड़े मुंबई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में अधिकारी थे। शुक्रवार को सीबीआई की टीम समीर वानखेड़े की बहन, पिता और सास-ससुर के घर पर भी पहुंची हैं। सीबीआई के अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है।
सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि समीर वानखेड़े के खिलाफ एफआईआर कथित रूप से 25 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने के मामले में दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर, 2021 को आर्यन खान को क्रूज जहाज पर एक कथित ड्रग मामले में गिरफ्तार किया गया था। समीर वानखेड़े पर अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को ड्रग्स मामले में नहीं फंसाने के बदले में 25 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप है।
आर्यन खान को मिली थी क्लीनचिट
क्रूज जहाज पर छापा मारा गया था तो उस दौरान समीर वानखेड़े एनसीबी मुंबई जोन के चीफ थे। क्रूज से शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान, अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमेचा समेत अन्य लोगों को ड्रग्स लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद आर्यन खान कई हफ्ते न्यायिक हिरासत में रहे। उस दौरान उनकी गिरफ्तारी को लेकर काफी सवाल उठाए गए थे। एनसीबी ने मई, 2022 में कहा कि आर्यन खान के खिलाफ सबूत नहीं मिले है और क्लीनचिट दी जा रही है। वहीं, एनसीबी की ओर से गठित एक एसआईटी की रिपोर्ट में भी दावा किया गया था कि समीर वानखेड़े के नेतृत्व वाली जांच में चूक हुई थी।