चीन ने पाकिस्तान से मांगा 550 अरब रुपये बकाया, क्यों उड़ गई PM शरीफ की नींद
चीन और पाकिस्तान की दोस्ती तो जग जाहिर है. वह8ीं, अब अगले महीने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ बीजिंग के दौरे पर जाने वाले हैं. लेकिन खबर आ रही है कि दौरे से पहले पीएम की नींद उड़ गई है. इसकी वजह कोई और नहीं बल्कि खुद चीन ही है.
चीन और पाकिस्तान की दोस्ती तो जग जाहिर है. वह8ीं, अब अगले महीने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ बीजिंग के दौरे पर जाने वाले हैं. लेकिन खबर आ रही है कि दौरे से पहले पीएम की नींद उड़ गई है. इसकी वजह कोई और नहीं बल्कि खुद चीन ही है. पाकिस्तानी अखबार डॉन की मानें तो चीनी अधिकारियों ने शर्त रखी है कि शहबाज शरीफ की बीजिंग यात्रा चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) की 13वीं संयुक्त समन्वय समिति (JCC) की 13वीं बैठक के बाद होनी चाहिए, ताकि लंबित मुद्दों को सुलझाया जा सके और सीपीईसी-2 के तहत सहयोग को बढ़ाने पर बात की जा सके.
दरअसल अब दौरे से पहले तीन की इस मांग से पेंच फंसता नजर आ रहा है. जेसीसी की 13वीं बैठक तभी होगी, जब पाकिस्तान चीनी कंपनियों को 550 अरब पाकिस्तानी रुपये का कर्ज भुगतान कर देगा. वहीं, डॉन की मानें तो चीनी स्वतंत्र बिजली उत्पादकों (IPP) को लगभग 550 अरब पाकिस्तानी रुपये (1.98 अरब अमेरिकी डॉलर) के भुगतान कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए ताबड़तोड़ बैठकें कर रहा है.
अब पाकिस्तान के योजना मंत्री और जेसीसी के सह-अध्यक्ष अहसान इकबाल इस कोशिश में लगे हुए है कि जल्दी ही चीन के स्वतंत्र बिजली उत्पादक कंपनियों की बकाया राशि को चुका दें. बता दें कि पाकिस्तान पर 550 अरब का बकाया है. वहीं, अब चीन की सरकार अपने परियोजनाओं को आगे बढ़ाने के पाकिस्तान से अपना बकाया देने की बात कह रहा है. सूत्रों ने कहा, चीनी कंपनियों को भुगतान में देरी और विशेष आर्थिक क्षेत्रों (SEZ) के लिए विशेष ऊर्जा शुल्क लगाने पर चीनी जोर ने एसईजेड में प्रमुख परियोजनाओं और निवेश को बाधित किया है. चीन के इस फैसले के बाद पाकिस्तान के पीएम टेंशन में आ गए. अब इसके लिए हाई प्रोफाइल मीटिंग चल रही है.