घटती जनसंख्या से जूझता चीन: युवा नहीं चाहते शादी और बच्चे
China Population: कई दशकों तक भारी जनसंख्या से परेशान चीन अब देश की घटती आबादी से तंग है. चीन के युवा शादी करने से बच रहे हैं और जो शादी किए हैं वे बच्चे नहीं पैदा कर रहे. ऐसे में आबादी के मामले में चीन की स्थिति दिन बा दिन लड़खड़ाती जा रही है.
China Population: चीन में युवाओं के बच्चे न पैदा करने की वजह से देश की पूरी आबादी बूढ़ी होती जा रही है. चीन की जनसंख्या को लेकर आई रिपोर्ट ने शी जिनपिंग को चिंता में डाल दिया है. आने वाले 10 सालों में चीन की आबादी 51 मिलियन (5 करोड़ 10 लाख) तक घटने की संभावना है.
चीन की सरकार देश की जनसंख्या को बढ़ाने की तमाम कोशिश कर रही है, लेकिन इसका होता नजर नहीं आ रहा है. इस गिरावट का मुख्य कारण चीन की जनसंख्या नीति में बदलाव और जन्म दर में निरंतर गिरावट बताई जा रही है. चीन की सरकार ने लंबे समय तक एक बच्चा नीति अपनाई थी, लेकिन अब वह जनसंख्या वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए कई उपायों की घोषणा कर चुकी है. फिर भी, इन कदमों के बावजूद, चीन में जनसंख्या का गिरना जारी है.
चीन के लिए यह एक गंभीर समस्या है, क्योंकि जनसंख्या में गिरावट का असर अर्थव्यवस्था, श्रम शक्ति, और सामाजिक संरचना पर पड़ सकता है. रिपोर्ट के अनुसार, 2023 तक चीन की जनसंख्या लगभग 1.41 बिलियन (141 करोड़) थी, लेकिन अगले दशक में इसमें गिरावट आ सकती है. 2025 तक, चीन की जनसंख्या लगभग 1.4 बिलियन से घटकर 1.39 बिलियन तक हो सकती है और 2030 तक यह 1.37 बिलियन तक गिर सकती है.
बच्चे नहीं पैदा करने के पीछे की वजह
चीन ने अपनी जन्म दर को बढ़ाने के लिए कई प्रयास किए हैं, जैसे कि बच्चों के पालन-पोषण के लिए अधिक वित्तीय सहायता, माताओं के लिए छुट्टियां, और कर्ज में छूट जैसी योजनाएं. साथ ही, चीन ने एक बच्चा नीति को समाप्त कर दिया और अब तीन बच्चों की अनुमति दी है. लेकिन इन उपायों का प्रभाव सीमित रहा है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कई युवा जोड़े वित्तीय दबाव, नौकरी की असुरक्षा और बढ़ती जीवन लागत के कारण बच्चा पैदा करने के बारे में नहीं सोच रहे हैं.
चीन के ऊपर बढ़ेगा आर्थिक बोझ
इस समस्या का असर श्रम बाजार पर भी पड़ेगा, क्योंकि वृद्ध जनसंख्या की संख्या बढ़ेगी और युवा जनसंख्या घटेगी. इसके परिणामस्वरूप, चीन की आर्थिक वृद्धि की स्पीड धीमी हो सकती है. इसके साथ ही, वृद्ध लोगों की बढ़ती संख्या से स्वास्थ्य सेवाओं और पेंशन जैसी योजनाओं पर बोझ बढ़ेगा. चीन को इस स्थिति से निपटने के लिए अपनी नीतियों को और अधिक प्रभावी बनाने की आवश्यकता होगी, ताकि जन्म दर बढ़ाई जा सके और जनसंख्या में गिरावट को रोका जा सके.