चीन के बढ़ते प्रभाव ने बढ़ाई अमेरिका की टेंशन, प्रशांत महासागर में बढ़ सकती है दोनों देशों में गर्मा-गर्मी
अमेरिका और चीन दोनों देश एक-दूसरे से अधिक शक्तिशाली बनने की कोशिश में हैं. दोनों तेजी से अपनी सैन्य ताकत बढ़ा रहे हैं. इसी क्रम में, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने प्रशांत महासागर में एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) सफलतापूर्वक लॉन्च की है. इस मिसाइल के लॉन्च के बाद अमेरिका और उसके मित्र देशों में तनाव बढ़ गया है. चीन का कहना है कि यह मिसाइल लॉन्च पूरी तरह से सफल रहा और इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुसार किया गया.
Tension Rises Between China and US : अमेरिका और चीन दोनों देश एक-दूसरे से अधिक शक्तिशाली बनने की कोशिश में हैं. दोनों तेजी से अपनी सैन्य ताकत बढ़ा रहे हैं. इसी क्रम में, चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने प्रशांत महासागर में एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) सफलतापूर्वक लॉन्च की है. इस मिसाइल के लॉन्च के बाद अमेरिका और उसके मित्र देशों में तनाव बढ़ गया है. चीन का कहना है कि यह मिसाइल लॉन्च पूरी तरह से सफल रहा और इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुसार किया गया.
चीन के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि 25 सितंबर को सुबह 08:44 बजे, चीनी सेना के रॉकेट फोर्स ने प्रशांत महासागर में एक डमी हथियार के साथ एक आईसीबीएम लॉन्च किया. मिसाइल उस क्षेत्र में गिरी जहां इसकी उम्मीद थी. मंत्रालय ने कहा कि यह लॉन्च उनके वार्षिक प्रशिक्षण योजना का हिस्सा है और इसे किसी भी देश को लक्ष्य बनाकर नहीं किया गया.
टाइफून मिसाइल सिस्टम तैनात
हाल के समय में, अमेरिका ने हिंद प्रशांत क्षेत्र में अपने मिड-रेंज कैपेबिलिटी (MRC)/टाइफून मिसाइल सिस्टम को तैनात किया है, जिससे चीन नाराज है. चीन के अधिकारियों ने इस तैनाती के खिलाफ कई बार शिकायत की है, और इसे चीन के मिसाइल लॉन्च का एक जवाब माना जा रहा है. इसके अलावा, पिछले साल अक्टूबर में, अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा था कि चीन अपने परमाणु शस्त्रागार को अमेरिका से भी तेज़ी से बना रहा है.
दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा
इस समय दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ सकता है. खबरों के मुताबिक, अमेरिका इस मिसाइल सिस्टम को जापान में भी तैनात करने की योजना बना रहा है. अगर ऐसा होता है, तो यह विवाद और भी गंभीर हो सकता है, जिसका असर आसपास के देशों पर भी पड़ेगा.