China Deep Earth Lab : चीन ने एक बार फिर अपने कारनामें से दुनिया को हैरान कर दिया है. चीन में विश्व की सबसे गहरी प्रयोगशाला बनाई गई है. इसकी गहराई 2400 मीटर है जो कि धरती से लगभग 2.5 मीटर किलोमीटर नीचे है. चीन के इस लैब का मकसद डार्क मैटर की तलाश करना है. माना जाता है कि पूरी दुनिया डार्क मैटर से बनी है. वैज्ञानिकों का कहना है कि डार्क मैटर और डार्क एनर्जी के कारण पूरा संसार एक क्रम में बंधा हुआ है. गुरुवार को चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि चीन धरती के नीचे जिस लैब में काम कर रहा है, उसका नाम जिनपिंग लैब है उसे तीन साल में बनाया गया है.