पाकिस्तान में तैनात हुई चीनी आर्मी? दुनिया में उड़ रहा पाकिस्तानी सैनिकों का मजाक, नहीं बचा पा रहे चीनियों की जान
चीन ने पहली बार अपनी सेना को पाकिस्तान में तैनात किया है, जिसे लेकर पाकिस्तान सरकार ने अपनी चुप्पी तोड़ी है और इस पर प्रतिक्रिया दी है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस तैनाती को फेक न्यूज करार दिया है. इससे पहले, भारतीय मीडिया ने खुलासा किया था कि चीन के 60 निजी सुरक्षाकर्मी पाकिस्तान पहुंचे हैं, जो पाकिस्तान में चीनी नागरिकों और परियोजनाओं की सुरक्षा में तैनात किए गए हैं.

Chinese army deployed in Pakistan: सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान में चीनी सेना को तैनात करने का निर्णय चीन ने बलूचिस्तान और टीटीपी आतंकवादियों द्वारा की गई हाल की हमलों के बाद लिया. चीन ने यह कदम पाकिस्तान के सीपीईसी (चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा) परियोजना और वहां तैनात चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए उठाया है. पाकिस्तान और चीन के बीच हाल ही में एक समझौता हुआ था, जिसके तहत चीन ने सीपीईसी परियोजनाओं में लगे इंजीनियरों और श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया. हालांकि, पाकिस्तान ने इस तैनाती की खबरों को सिरे से नकार दिया है और इसे झूठी जानकारी बताया.
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की सेना बलूचिस्तान और टीटीपी के खिलाफ कई अभियान चला चुकी है, अब तक सुरक्षा की स्थिति को पूरी तरह से नियंत्रित करने में विफल रही है. इससे पाकिस्तान की सैन्य प्रतिष्ठा को नुकसान हुआ है. वहीं चीन के लिए भी यह कदम प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है, क्योंकि वह अपने नागरिकों और परियोजनाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में कोई जोखिम नहीं उठाना चाहता.
बलूच आतंकियों से नहीं बच रही जान
चीनी सुरक्षा कर्मियों की तैनाती उस समय की गई जब बलूच आतंकवादियों ने एक चीनी बस को उड़ा दिया और 90 सैनिकों को मारने का दावा किया था. इसके अलावा, बीएलए (बलूच लिबरेशन आर्मी) ने पाकिस्तान की जाफर एक्सप्रेस ट्रेन का अपहरण करके 214 पाकिस्तानी सैनिकों को मारने का दावा किया था. ऐसे घटनाओं के बाद चीन ने पाकिस्तान में अपने सुरक्षा कर्मियों को तैनात करने का निर्णय लिया.
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में तैनात हुए हैं चीनी
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में चीन के 60 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. चीन की तीन निजी सुरक्षा एजेंसियां - देवे सिक्योरिटी, चीन ओवरसीज ग्रुप और हुआशिन झोंगशान सिक्योरिटी सर्विस, अब पाकिस्तान में चीनी नागरिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगी. पाकिस्तान में करीब 30,000 चीनी नागरिक काम कर रहे हैं, जिनकी सुरक्षा का जिम्मा अब चीनी सुरक्षाकर्मियों के हाथ में होगा.
चीन ने पहले पाकिस्तान पर दबाव डाला था कि वह चीनी सेना की एक यूनिट को पाकिस्तान में तैनात करने की अनुमति दे, लेकिन पाकिस्तान ने अपनी प्रतिष्ठा की चिंता के कारण इसे ठुकरा दिया था. इसके बाद चीन ने निजी सुरक्षाकर्मियों के रूप में अपनी सेना को पाकिस्तान भेज दिया.