कनाडा में पीएम पद के लिए मुकाबला तेज, चंद्र आर्य ने ठोकी पीएम पद के लिए दावेदारी

कनाडा की राजनीति में इन दिनों हलचल देखने को मिल रही है. हाल ही में जस्टिन ट्रूडो ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. इसी बीच भारतीय मूल के चंद्र आर्य ने प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल होकर सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया है.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे की घोषणा के बाद कनाडा की राजनीति में एक नया मोड़ सामने आया है. भारतीय मूल के कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने  बड़ा कदम उठाते हुए घोषणा की है कि वह निवर्तमान प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद लिबरल पार्टी के नेतृत्व के लिए चुनाव लड़ेंगे. अगर वह इस दौड़ में जीत हासिल करते हैं, तो चंद्र आर्य कनाडा के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री बन जाएंगे.

प्रधानमंत्री पद की दावेदारी पेश करते हुए उन्होंने कहा कि वह कनाडा की अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण करना और मध्यम वर्ग के संघर्ष को खत्म करना चाहते हैं. उनकी प्राथमिकताओं में साहसिक फैसले लेना और सभी नागरिकों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करना शामिल है.

कौन हैं चंद्र आर्य?

चंद्र आर्य का जन्म कर्नाटक के तुमकुरु जिले में हुआ. उन्होंने धारवाड़ के कौसाली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज से एमबीए किया. भारत में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, वे साल 2006 में कनाडा चले गए. राजनीति में कदम रखने से पहले, आर्य इंडो-कनाडा ओटावा बिजनेस चैंबर के अध्यक्ष थे. साल 2015 में चंद्र आर्य ने पहली बार सांसद का चुनाव जीता और फिर 2019 में दोबारा सांसद बने.

ट्रूडो से नजदीकी और दूरी

शुरुआती दिनों में चंद्र आर्य निवर्तमान प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के करीबी माने जाते थे. हालांकि, जैसे ही भारत और कनाडा के संबंध बिगड़ने लगे और ट्रूडो का भारत विरोधी रवैया सामने आया, वैसे ही आर्य ने उनसे दूरी बना ली. उन्होंने खालिस्तानी गतिविधियों का कड़ा विरोध करते हुए ट्रूडो की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई. वे भारत और कनाडा के बीच रिश्ते मजबूत बनाने के पक्षधर हैं और सिख अलगाववादियों के खिलाफ खुलकर बोल चुके हैं.

देश के पुनर्निर्माण' का वादा

नेपियन से लिबरल सांसद चंद्र आर्य ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कहा, "मैं कनाडा का अगला प्रधानमंत्री बनने के लिए चुनाव लड़ रहा हूं. मेरा लक्ष्य एक छोटी और अधिक कुशल सरकार का नेतृत्व करना है, जो देश का पुनर्निर्माण करे और भविष्य की पीढ़ियों के लिए समृद्धि सुनिश्चित करे."  

चुनाव में क्या है चुनौती?

आर्य ने कहा, "कनाडा को ऐसा नेतृत्व चाहिए जो बड़े और साहसिक फैसले लेने से न डरे. हमें अपने बच्चों और नाती-नातिनों के भविष्य के लिए समान अवसर और समृद्धि सुनिश्चित करनी होगी. साहसिक राजनीतिक कदम अब विकल्प नहीं, बल्कि जरूरत बन चुके हैं." चंद्र आर्य की उम्मीदवारी ने लिबरल पार्टी और कनाडा की राजनीति में नई चर्चा छेड़ दी है. अब देखना होगा कि वे ट्रूडो के बाद देश की कमान संभालने में कितने कामयाब होते हैं.

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10 January 2025, 09:15 AM IST

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