भारत-बांग्लादेश सीमा पर बड़े आतंकी हमले की साजिश, पाकिस्तान की ओर से भेजे गए हथियार

Bangladesh India News: भारत बांग्लादेश सीमा पर आतंक की नई साजिश का खुलासा हुआ है जिसमें कुख्यात आतंकवादी संगठन हरकत उल जेहाद का हाथ भी शामिल है. बांग्लादेश में जेल से भागे अपराधियों और आतंकवादियों ने गिरोह बना लिए हैं और ये भारत बांग्लादेश सीमा पर पाकिस्तान से आए हथियारों के जरिए आतंकी वारदात की तैयारी कर रहे हैं.

Dimple Yadav
Edited By: Dimple Yadav

Bangladesh India News: भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक नई आतंकवादी साजिश का खुलासा हुआ है, जो सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का कारण बन गया है. यह साजिश कुख्यात आतंकी संगठन हरकत-उल-जिहाद के हाथों की है, जो पाकिस्तान से आए हथियारों के जरिए भारत-बांग्लादेश सीमा पर आतंकवादी हमले करने की योजना बना रहा है. इस साजिश में बांग्लादेश की जेल से भागे हुए अपराधियों और आतंकियों को शामिल किया गया है, जिन्होंने मिलकर एक गिरोह बना लिया है.

खुफिया एजेंसियों के दस्तावेजों के अनुसार, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के तीन सलाहकार भी इस आतंकवादी संगठन के समर्थक हैं. यह संगठन पाकिस्तान से आए पुराने हथियारों का इस्तेमाल करेगा, जो 1971 में पाकिस्तान ने बांग्लादेश भेजे थे. इन हथियारों का इस्तेमाल 53 साल बाद अब आतंकवादी गतिविधियों में किया जाएगा.

आतंकी संगठन का गठन और उनकी योजना:

भारत-बांग्लादेश सीमा पर घात लगाकर हमला करने की तैयारी की जा रही है. इस आतंकवादी समूह में करीब 50 सदस्य शामिल हैं, जो बांग्लादेश की जेलों से भागकर आए हैं. इन आतंकियों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के कुछ प्रभावशाली लोगों का समर्थन प्राप्त है. इन आतंकवादियों को हथियारों और पैसे की सहायता दी जा रही है, ताकि वे सीमा पर तनाव पैदा कर सकें.

पाकिस्तान की रणनीति:

पाकिस्तान का उद्देश्य यह है कि भारत और बांग्लादेश के बीच तनाव कम न हो. इसके लिए वह इस आतंकवादी समूह को मदद देकर दोनों देशों के रिश्तों को खराब करने की कोशिश कर रहा है. पाकिस्तान ने इस समूह में अपने आतंकवादी प्रशिक्षकों को भी शामिल किया है, जो इन आतंकियों को युद्ध कला में प्रशिक्षित कर रहे हैं. इसके अलावा, पाकिस्तान समर्थक संगठन जमात-ए-इस्लामी भी इस पूरी साजिश में शामिल है.

बड़ा हमला हो सकता है:

भारत-बांग्लादेश सीमा पर या भारत के अंदर किसी बड़ी आतंकवादी घटना को अंजाम देकर इस साजिश का उद्देश्य दोनों देशों के रिश्तों में तनाव पैदा करना है. पाकिस्तान की यह रणनीति है कि वह एक बार में दो निशाने साधे – एक ओर भारत और बांग्लादेश के रिश्तों को खराब करना और दूसरी ओर भारत में आतंकवादी हमले करने का माहौल बनाना.

सुरक्षा बलों की तैयारी:

खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट से पता चला है कि भारतीय सुरक्षा बल सीमा पर घात लगाकर हमले की तैयारी से अवगत हैं और वे इसकी रोकथाम के लिए कड़ी निगरानी रख रहे हैं. ऐसे में भारतीय सुरक्षा बलों की मुस्तैदी से इस साजिश को नाकाम करना बहुत जरूरी है.

यह साजिश पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच साझा आतंकवाद का उदाहरण पेश करती है, जिसे भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती माना जा रहा है. भारतीय सुरक्षा बलों को चाहिए कि वे पूरी तैयारी के साथ इस खतरे का सामना करें और देश की सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करें.

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11 December 2024, 11:11 AM IST

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