Explainer: भारत को कोसने वाला देश बांग्लादेश से काफी पिछड़ा, पाकिस्तान अब इस क्षेत्र में कभी नहीं कर पाएगा बराबरी

Explainer: 16 दिसंबर 1971 को जब पूर्वी पाकिस्तान को पश्चिम पाकिस्तान से मुक्ति मिली तो बांग्लादेश अस्तित्व में आया, तो उस समय दोनों के सूचकांक में काफी अंतर था. इसमें मुख्य रूप से देश की आर्थिक प्रगति, प्रति व्यक्ति आय और निर्यात जैसे पहलू शामिल थे.

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Edited By: Sachin

Explainer: ब्रितानियों से आजादी मिलने के बाद पाकिस्तान और उसके पूर्वी भाग (आज का बांग्लादेश)  के आजादी का सफर शुरू किया, लेकिन 10-15 सालों में दोनों क्षेत्रों के आर्थिक विकास में काफी अंतर आने लगा था. दोनों क्षेत्रों (पश्चिम और पूर्व) की प्रगति की बात करें तो 1960 में पश्चिमी पाकिस्तान की प्रति व्यक्ति आय अपनी पूर्वी इलाके के लोगों से 32 फीसदी अधिक थी. आने वाले 10 सालों में यह आंकड़ा 81 फीसदी तक पहुंच गया था. 

1971 में दोनों देशों के सूचकांक में काफी अंतर था

16 दिसंबर 1971 को जब पूर्वी पाकिस्तान को पश्चिम पाकिस्तान से मुक्ति मिली तो बांग्लादेश अस्तित्व में आया, तो उस समय दोनों के सूचकांक में काफी अंतर था. इसमें मुख्य रूप से देश की आर्थिक प्रगति, प्रति व्यक्ति आय और निर्यात जैसे पहलू शामिल थे. लेकिन बीते दो दशक में बांग्लादेश ने ऐसे मापदंड तय किए हैं कि आज पाकिस्तान के मुकाबले अर्थव्यवस्था में काफी आगे निकल चुका है. बांग्लादेश ने बीते 52 सालों में अपने देशों में आर्थिक क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति कर आज दुनिया में पाकिस्तान से बेहतर प्रदर्शन करके दिखाया है. दूसरी तरफ गरीबी में कमी देखी गई और महिलाओं की हर क्षेत्र में भागीदारी बढ़ने से देश की अर्थव्यवस्था को बूस्ट मिला है. 

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को आतंकवाद का लगा ग्रहण

पाकिस्तान में आजादी के बाद से आतंकवाद, राजनैतिक अस्थिरता और शांति भंग होने के कारण देश की औद्योगिक प्रगति रूक गई तो दूसरी ओर विदेशी मुद्रा भंडार में कमी, प्रति व्यक्ति आय और गरीबी क्षेत्र में बेहताशा अवसाद देखा गया. अब 52 साल के बाद बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच तुलना की जाए तो बांग्लादेश काफी आगे निकल चुका है. इसमें मुख्य रूप से गारमेंट्स क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है. वर्तमान समय में चीन के बाद दुनिया में वस्त्र निर्यात करने वाला दूसरा बांग्लादेश बन गया है. दूसरी तरफ पाकिस्तान की बात करें तो वह दुनिया के पांच देशों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करवा पाता है. 

वस्त्र उद्योग में बांग्लादेश ने की अभूतपूर्व प्रगति 

बांग्लादेश की वस्त्रों के क्षेत्र में प्रगति इसके लिए भी अभूतपूर्व है, क्योंकि वहां कपास की खेती तक नहीं होती है. लेकिन पाकिस्तान कपास की अधिक पैदावार करने के बाद भी उसकी हालत गारमेंट्स में काफी खराब दिखती है. बता दें कि 16 दिसंबर 1971 को मुक्ति मिलने के बाद बांग्लादेश की जीडीपी माइनस 13 प्रतिशत थी और पाकिस्तान की उस वक्त विकास दर 1 फीसदी थी. वैसे युद्ध के कारण दोनों क्षेत्रों की आर्थिक प्रगति पर काफी असर पड़ा था. लेकिन अगले साल पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि 7 फीसदी रही और जबकि बांग्लादेश की नकारात्मक बनी रही थी. लेकिन बीते 12-13 सालों की बात करें तो बांग्लादेश की आर्थिक वृद्धि दर बारह-तेरह फीसदी की दर प्रगति की है. जबकि पाकिस्तान मात्र दो-तीन फीसदी ही कर पाया है.

बांग्लादेश ने हर सेक्टर में दिखाया जलवा

वर्तमान समय की बात करें तो बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था का आकार 454  अरब डॉलर है, जबकि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था आकार 340 अरब डॉलर है. वहीं, 71 के बाद से दोनों की देशों की प्रति वक्ति आय में भी काफी अंतर आया है. विश्व बैंक के आंकड़ों की बात करें तो बांग्लादेश की 1972 में प्रति व्यक्ति आय 90 डॉलर थी. जबकि इसकी तुलना में पाकिस्तान की प्रति व्यक्ति आय 150 डॉलर है. इस हिसाब से बांग्लादेश की प्रति व्यक्ति की आया का ग्राफ लगातार बढ़ता रहा है. 

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11 January 2024, 12:55 PM IST

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