Israel-Palestine War: हमास द्वारा इजराइल पर अचानक किए गए हमले के बाद पूरी दुनिया हैरान रह गई और इजराइल-फिलिस्तीन की समस्या एक बार फिर सामने आ गई. हमास के भीषण हमले से इजराइल को भारी नुकसान हुआ. बताया जा रहा है कि एक हजार से ज्यादा इजरायली लोग मारे गए हैं. इस बीच एक शख्स की चर्चा हो रही है जिसे इस हमले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोहम्मद दाइफ को दूसरा ओसामा बिन लादेन भी कहा जाता है. याह्या अयाश की मौत के बाद हमास ने दाइफ को ये ज़िम्मेदारी दी. दाइफ हमास के लिए बम बनाने वाले अयाश को अपना गुरु मानता था. इजराइल का मानना ​​है कि हमास का हमला मोहम्मद दाइफ के इशारे पर किया गया था. इतना ही नहीं इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने 58 साल के मोहम्मद दाइफ को मारने की 7 बार कोशिश की लेकिन वह हर बार असफल रही. 

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मोहम्मद दाइफ का जन्म 1960 के दशक में गाजा पट्टी के खान यूनिस शरणार्थी शिविर में हुआ था. उनका पूरा नाम मोहम्मद दाइफ़ इब्राहिम अल-माजरी है. उनके मुताबिक, दाइफ जब गाजा यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे थे तो हमास के करीब आए. इसी समय तमाम फिलिस्तीनी युवा इजराइल के खिलाफ युद्ध में कूद रहे थे.

शुरुआती सालों में वह जेल भी गए लेकिन उसके बाद वह फिर कभी पकड़े नहीं गए. एक रिपोर्ट के मुताबिक, दाइफ हमेशा गाजा में बनी भूमिगत सुरंगों के नेटवर्क में रहता है. इन्हीं सुरंगों की वजह से मोहम्मद दाइफ हर बार मोसाद के हाथों से बच जाता है.