मेरे बेटे ने chatgpt को बेहतर बनाया, लेकिन क्रेडिट नहीं मिला... सुचिर बालाजी की मां ने OpenAI पर उठाए गंभीर सवाल

ओपनएआई के पूर्व शोधकर्ता और व्हिसलब्लोअर सुचिर बालाजी की मां पूर्णिमा राव ने एआई दिग्गज के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं. उनकी मां ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे ने chatgpt को बेहतर बनाने के लिए बहुत मेहनत किया लेकिन उसे कंपनी ने कभी क्रेडिट नहीं दिया. उनका कहना है कि उनका बेटा सम्मान का हकदार था लेकिन उसे वो नहीं मिला.

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भारतीय-अमेरिकी सुचिर बालाजी की मृत्यु के कारण पर सस्पेंस गहराता जा रहा है. हाल ही में सुचिर बालाजी की मां पूर्णिमा राव ने एआई दिग्गज के गंभीर आरोप लगाए हैं. पूर्णिमा राव ने अपने एक्स हैंडल पर ओपनएआई पर आरोप लगाया है कि कंपनी ने उनके बेटे के योगदान को मान्यता नहीं दी. उनका कहना है कि उनके बेटे ने चैटजीपीटी को बेहतर बनाने के लिए बहुत मेहनत किया लेकिन इसका श्रेय उसे नहीं दिया गया.

आपको बता दें कि नवंबर में अपने सैन फ्रांसिस्को अपार्टमेंट में भारतीय-अमेरिकी सुचिर बालाजी मृत पाए गए थे.मौत से पहले उन्होंने ओपनएआई की प्रथाओं के बारे में सार्वजनिक रूप से नैतिक चिंताएं जताई थी जिसे अधिकारियों ने शुरू में आत्महत्या माना था. हालांकि, उसके परिवार ने हत्या का आरोप लगाते हुए एफबीआई जांच की मांग की है.

मौत का कारण आत्महत्या या हत्या?

सैन फ्रांसिस्को पुलिस ने शुरुआती जांच में इसे आत्महत्या बताया, लेकिन बालाजी के परिवार ने इसे खारिज कर दिया. उनकी मां और पिता ने दावा किया कि यह एक सोची-समझी हत्या है. परिवार ने एफबीआई से जांच की मांग करते हुए कहा कि उनके बेटे के अपार्टमेंट में तोड़फोड़ और सिर पर चोट के निशान मिले हैं. पूर्णिमा राव ने एक दूसरे ऑटोप्सीका हवाला देते हुए कहा कि उनके बेटे के सिर पर चोट जैसे संघर्ष के निशान थे जो हत्या का संकेत है. इसके अलावा, अपार्टमेंट के बाथरूम में खून के धब्बे भी मिले. उन्होंने कहा, "यह आत्महत्या नहीं है, यह हत्या है जिसे छुपाने की कोशिश की जा रही है."

ओपनएआई पर गंभीर आरोप

सुचिर बालाजी की मां ने ओपनएआई पर उनके बेटे के योगदान को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बालाजी ने चैटजीपीटी को तेज और अधिक कुशल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. लेकिन, उनके काम को कभी पहचान नहीं मिली. उन्होंने एक्स (ट्विटर) पर कहा, "उनके योगदान को उनकी मृत्यु के बाद भी मान्यता नहीं दी गई. यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है."

मॉडल में बदलाव से नाखुश थे बालाजी

सुचिर बालाजी ने ओपनएआई में करीब चार साल काम किया. 2023 में कंपनी के लाभ-उन्मुख मॉडल में बदलाव के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया. उनकी मां के अनुसार, यह बदलाव उनके बेटे के लिए अस्वीकार्य था और यही उनके इस्तीफे का बड़ा कारण बना.  

नैतिक मुद्दों पर मुखर थे बालाजी

बालाजी ने कंपनी की कार्यप्रणाली को लेकर कई नैतिक चिंताएं उठाई थी. उन्होंने आरोप लगाया था कि ओपनएआई ने बिना अनुमति के कॉपीराइट सामग्री का इस्तेमाल करके अपने एआई मॉडल को प्रशिक्षित किया. उन्होंने इसे "इंटरनेट पारिस्थितिकी तंत्र के लिए अस्थिर मॉडल" कहा.

मस्क ने भी जताया संदेह

ओपनएआई के सह-संस्थापक एलन मस्क, ने भी बालाजी की मौत पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने एक्स पर लिखा, "यह आत्महत्या जैसा नहीं लगता." मस्क ने बालाजी के परिवार के साक्षात्कार को भी साझा किया.  

एफबीआई जांच की मांग

बालाजी के परिवार ने मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एफबीआई से हस्तक्षेप की मांग की है. उन्होंने कहा, "हम सच सामने लाने के लिए एफबीआई से जांच की अपील करते हैं. यह एक निर्मम हत्या है." हालांकि, ओपनएआई ने बालाजी के लगाए सभी आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि उनकी डेटा उपयोग नीति अमेरिकी कॉपीराइट कानून के तहत "उचित उपयोग" की श्रेणी में आती है.   First Updated : Sunday, 12 January 2025