Gaza Ceasefire: गाजा पट्टी में पिछले 15 महीनों से जारी इजरायल और हमास के बीच भीषण संघर्ष को समाप्त करने के लिए आखिरकार एक ऐतिहासिक समझौता हो गया है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते की पुष्टि की है. समझौता 19 जनवरी 2025 से लागू होगा.
समझौते की प्रमुख बातें
युद्धविराम और सेना की वापसी:-
बंधकों की रिहाई:-
फलस्तीनी कैदियों की रिहाई:-
पुनर्निर्माण की योजना:-
गाजा में जश्न का माहौल
जैसे ही युद्धविराम समझौते की खबर फैली, गाजा पट्टी में लोग सड़कों पर उतर आए और जश्न मनाया. गाजा के नागरिकों ने इस समझौते को शांति की उम्मीद बताया.
अमेरिका की भूमिका
बता दें कि यह समझौता अमेरिका, कतर और मिस्र की मध्यस्थता के कारण संभव हो सका. डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते को 'अब्राहम समझौते' का विस्तार बताया. उन्होंने कहा, ''यह सुनिश्चित किया जाएगा कि गाजा फिर कभी आतंकियों का गढ़ न बने.''
इजरायल पर अंतरराष्ट्रीय दबाव
इसके अलावा आपको बता दें कि इजरायल पर लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय दबाव बना हुआ था. इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) ने इजरायल की सैन्य कार्रवाई को 'नरसंहार' करार दिया था. इसके अलावा इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया था.
गाजा के हालात
गाजा पट्टी में इस युद्ध के चलते हालात बेहद खराब हो गए हैं। करीब 90% आबादी विस्थापित हो चुकी है और 46,000 से अधिक फलस्तीनी मारे जा चुके हैं।
ट्रंप की चेतावनी
बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में चेतावनी दी थी कि अगर 20 जनवरी को उनके राष्ट्रपति पद ग्रहण करने से पहले युद्धविराम लागू नहीं किया गया, तो हमास को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
भविष्य की चुनौतियां
बहरहाल, इजरायल और हमास के बीच हुआ यह समझौता पश्चिम एशिया में शांति लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. हालांकि, अभी भी कई चुनौतियां बाकी हैं. First Updated : Thursday, 16 January 2025