15 महीने से चल रहे युद्ध में लगा विराम, हमास-इजराइल डील के पीछे क्या है असली वजह

srael Hamas Gaza Ceasefire: इजरायल और हमास के बीच लंबे संघर्ष के बाद आखिरकार शांति की राह खुल गई है. गाजा में 15 महीने से जारी हिंसा के बीच, दोनों पक्षों ने संघर्ष विराम समझौते पर सहमति जताई है, जो रविवार से लागू होगा. इस समझौते के तहत गाजा में बंधक बनाए गए लोगों को रिहा किया जाएगा, जिससे मध्य पूर्व में तनाव कम होने की उम्मीद है.

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Israel Hamas Ceasefire: इजरायल और हमास के बीच गाजा में 15 महीने से चल रहे भीषण युद्ध को समाप्त करने के लिए एक ऐतिहासिक युद्धविराम समझौता हुआ है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस समझौते की पुष्टि की और बताया कि यह 19 जनवरी से प्रभावी होगा. बता दें कि समझौते के तहत छह सप्ताह का प्रारंभिक युद्धविराम लागू होगा. इस दौरान इजरायली सेना गाजा से धीरे-धीरे पीछे हटेगी और हमास द्वारा बंधक बनाए गए 33 इजरायली नागरिकों को रिहा किया जाएगा. इन बंधकों में महिलाएं, बच्चे और 50 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुष शामिल हैं. बदले में इजरायल, फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा.

तीन चरणों में होगा समझौते का क्रियान्वयन

बाइडेन के अनुसार, यह समझौता तीन चरणों में पूरा किया जाएगा:-

  • प्रथम चरण: छह सप्ताह का युद्धविराम, बंधकों की आंशिक रिहाई और मानवीय सहायता का वितरण.
  • द्वितीय चरण: शेष बंधकों की रिहाई, जिसमें सैनिक भी शामिल होंगे.
  • तृतीय चरण: शेष शवों की वापसी और गाजा के पुनर्निर्माण की योजना.

अमेरिका, कतर और मिस्र की मध्यस्थता

आपको बता दें कि यह समझौता अमेरिका, कतर और मिस्र के संयुक्त प्रयासों के बाद संभव हुआ. राष्ट्रपति बाइडेन ने बताया कि ''महीनों की गहन कूटनीति के बाद, इजरायल और हमास इस ऐतिहासिक समझौते पर सहमत हुए हैं.''

गाजा में जश्न और मानवीय राहत

युद्धविराम समझौते के ऐलान के बाद गाजा में जश्न का माहौल है. नागरिकों को मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए राफा क्रॉसिंग खोलने पर सहमति बनी है.

डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिक्रिया

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस समझौते की सराहना की. उन्होंने कहा, ''यह समझौता मध्य-पूर्व में शांति स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम है.''

युद्ध का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य

इसके अलावा आपको बता दें कि यह युद्ध 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा इजरायल पर हमला करने के बाद शुरू हुआ था. इस हमले में करीब 1,200 इजरायली नागरिक मारे गए और 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया. First Updated : Thursday, 16 January 2025