डोनाल्ड ट्रंप ने खुलेआम दी पनामा नहर पर कब्जे की धमकी, विवादित बयान से मचा हड़कंप

पनामा नहर को लेकर डोनाल्ड ट्रंप की नाराजगी सामने आई है. उन्होंने नहर पर अमेरिका के नियंत्रण की बात तक कह दी. ट्रंप ने कहा कि पनामा मनमाने तरीके से काम कर रहा है और इस नहर के प्रशासन पर चीन का प्रभाव देखा जा रहा है. अब ट्रंप की बातों का पनामा के राष्ट्रपति ने भी जवाब दे दिया है.

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Panama Canal: राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रम्प ने पनामा नहर को 'महत्वपूर्ण राष्ट्रीय संपत्ति' करार देते हुए इसे अमेरिकी नियंत्रण में वापस लेने की घोषणा की है. ट्रम्प ने पनामा के अधिकारियों को 'तदनुसार मार्गदर्शन' की चेतावनी देते हुए, नहर के वर्तमान प्रबंधन और शुल्क संरचना पर सवाल उठाए. बता दें कि ट्रम्प ने पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर द्वारा 1977 में हस्ताक्षरित समझौते के तहत नहर को पनामा को सौंपने को 'मूर्खतापूर्ण' फैसला बताया. उन्होंने कहा, ''हम पनामा नहर में ठगे जा रहे हैं.'' ट्रम्प ने नहर का उपयोग करने वाले शिपर्स पर लगाए गए शुल्क को भी 'बेवकूफी भरा' बताया.

पनामा की संप्रभुता पर राष्ट्रपति मुलिनो का जवाब

आपको बता दें कि पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो ने ट्रम्प के बयान को उनकी संप्रभुता पर हमला बताया. उन्होंने एक्स पर पोस्ट किए गए वीडियो में कहा, ''नहर का हर वर्ग मीटर पनामा का है और रहेगा.'' मुलिनो ने नहर शुल्क संरचना को स्पष्ट करते हुए बताया कि ये विशेषज्ञों द्वारा परिचालन लागत और बाजार की मांग के आधार पर तय किए जाते हैं.

ट्रम्प का पलटवार और पनामा का रुख

वहीं आपको बता दें कि ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर अमेरिकी ध्वज के साथ 'संयुक्त राज्य नहर में आपका स्वागत है!' लिखकर अपने रुख पर जोर दिया. दूसरी ओर, मुलिनो ने कहा, 'जब हमारी नहर और संप्रभुता की बात आती है, तो पनामा एकजुट है.'

पृष्ठभूमि और विवाद के प्रभाव

इसके अलावा आपको बता दें कि पनामा नहर अमेरिकी निर्माण का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है, लेकिन 1999 में इसे पनामा को हस्तांतरित कर दिया गया. आज यह पनामा के सरकारी राजस्व का प्रमुख हिस्सा है. First Updated : Monday, 23 December 2024