Washington DC: अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव होने वाला है. ऐसे में एक तरफ जहां कमला हैरिस हैं तो वहीं दूसरी ओर डोनाल्ड ट्रंप चुनावी मैदान में हैं. ऐसे में दोनों के बीच कांटे की टक्कर होने वाली है. ये तो हम सभी जानते हैं कि कमला हैरिस भारतीय मूल की है. ऐसे मनें ट्रंप ने इस बार के चुनाव को रोमांचक बनाते हुए अपनी मदद के लिए पूर्व डेमोक्रेटिक कांग्रेस सदस्य तुलसी गबार्ड को भी मैदान में उतार दिया है.
न्यूयॉर्क टाइम्स के रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प के कार्यक्रम में तुलसी गबार्ड को देखा गया. वह निजी क्लब और घर, मार-ए-लागो में उनके अभ्यास सत्र में शामिल हुईं. डोनाल्ड ट्रम्प और कमला हैरिस 10 सितंबर को एबीसी न्यूज की बहस में आमने- सामने होने वाले हैं. तो आइए जानते हैं कि कौन है भारतीय मूल की तुलसी गबार्ड जिसके जरिए
अमेरिकन कांग्रेस की पहली पूर्व हिंदू सांसद और साल 2020 में डेमोक्रेट पार्टी से राष्ट्रपति पद की दावेदार तुलसी गबार्ड के बारे में कहा जाता है कि वह भारतीय मूल की हैं. जबकि हकीकत ये है कि वह भारतीय मूल की नहीं हैं. उन्होंने कुछ समय पहले ट्वीट कर जानकारी दी थी कि वो भारतीय मूल से नहीं हैं. तुलसी गबार्ड का जन्म 12 अप्रैल 1981 को अमेरिका के लेलोआलोआ में हुआ.
NYT की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रम्प की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट ने एक ईमेल में गबार्ड की भागीदारी की पुष्टि की है. लेविट ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति राजनीतिक इतिहास में सबसे अच्छे बहस करने वालों में से एक साबित हुए हैं, जैसा कि जो बिडेन को उनके नॉकआउट से पता चलता है. उन्हें पारंपरिक बहस की तैयारी की आवश्यकता नहीं है, लेकिन वे तुलसी गबार्ड जैसे सम्मानित नीति सलाहकारों और प्रभावी संचारकों से मिलना जारी रखेंगे, जिन्होंने 2020 में बहस के मंच पर कमला हैरिस को सफलतापूर्वक मात दी थी.
ट्रम्प ने बताया कि उन्हें बहस के लिए तैयारी करने की ज़रूरत नहीं है. पूर्व राष्ट्रपति ने इस साल बहस के लिए अभ्यास करने में 2016 या 2020 की तुलना में अधिक समय बिताया है, न्यूयॉर्क टाइम्स ने उनके साथ काम करने वाले सलाहकारों का हवाला देते हुए बताया. वह अभी भी पारंपरिक बहस की तैयारी नहीं करते हैं.