कॉल्ड वॉर के दौरान एलियंस ने पत्थर में बदल दिए थे सोवियत संघ के सैनिक, सीआईए के डॉक्युमेंट से हुआ चौंकाने वाला खुलासा
केजीबी ने इन पत्थर बने सैनिकों के अवशेषों और यूएफओ के मलबे को मॉस्को के पास एक गुप्त स्थान पर ले गया. सोवियत वैज्ञानिकों ने पाया कि विस्फोट ने सैनिकों की कोशिकाओं को चूना जैसे पत्थर में बदल दिया था. दस्तावेज में कहा गया है कि यदि यह घटना सत्य है, तो यह एलियंस की हाईटेक डिफेंस क्षमताओं को दर्शाती है.

हाल ही में सामने आए सीआईए के डॉक्यूमेंट से बहुत बड़ा खुलासा हुआ है. दस्तावेज के अनुसार, शीत युद्ध के दौरान सोवियत सैनिकों को एलियंस ने पत्थर में बदल दिया था. यह जानकारी 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद सीआईए द्वारा प्राप्त 250 पेजों की गुप्त रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद सामने आई है.
रिपोर्ट के अनुसार, यह रहस्यमयी घटना यूक्रेन में एक मिलिट्री एक्सरसाइज के दौरान हुई. सोवियत सैनिकों की एक टुकड़ी ने एक उड़ान भर रही तश्तरीनुमा यूएफओ पर सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल दागी. सोवियत सैनिकों ने यूएफओ को सीधे निशाना बनाया, जिससे यूएफओ क्रैश हो गया. मलबे से पांच छोटे, बड़े सिर और काली आंखों वाले मानव जैसे प्राणी बाहर निकले. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया, “कुछ ही सेकंड में, गोले बड़े हो गए और अत्यंत तेज रोशनी के साथ विस्फोट हो गया. उसी क्षण, घटना को देख रहे 23 सैनिक पत्थर के खंभों में बदल गए.”
सैनिकों के शरीर में बदलाव
केजीबी ने इन पत्थर बने सैनिकों के अवशेषों और यूएफओ के मलबे को मॉस्को के पास एक गुप्त स्थान पर ले गया. सोवियत वैज्ञानिकों ने पाया कि विस्फोट ने सैनिकों की कोशिकाओं को चूना जैसे पत्थर में बदल दिया था. दस्तावेज में कहा गया है कि यदि यह घटना सत्य है, तो यह एलियंस की हाईटेक डिफेंस क्षमताओं को दर्शाती है और यूएफओ के करीब जाने के खतरों को उजागर करती है.
समुद्र के नीचे एलियन बेस?
यह खुलासा ऐसे समय में हुआ है, जब यूएफओ एक्सपर्ट जेरेमी कॉर्बेल ने दावा किया है कि कैलिफोर्निया तट के पास समुद्र के नीचे एक एलियन बेस हो सकता है. यूएसएस जैक्सन द्वारा रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो में टिक-टैक आकार के यूएफओ समुद्र से निकलते और युद्धपोत के पास मंडराते नजर आए. कॉर्बेल ने कहा कि यह एक कार्यशील सिद्धांत बन गया है कि कैलिफोर्निया तट के पास समुद्र के नीचे एक बेस या स्थापना है.
रहस्यमयी गतिविधियां
वीडियो में दिखा कि “स्व-प्रकाशित, बिना पंख और पूंछ वाले” यूएफओ ने एक साथ त्वरित और समन्वित युद्धाभ्यास किया. एक नौसैनिक ने बताया कि ये वस्तुएं “एक साथ तेजी से चली गईं.” कॉर्बेल ने जोर देकर कहा कि यह कोई एकल घटना नहीं है, बल्कि बार-बार होने वाली ऐसी गतिविधियों का हिस्सा है जो सामान्य वायुगतिकी को चुनौती देती हैं.