Earth hole Facts: क्या पृथ्वी के आर - पार छेद किया जा सकता है जानिए क्या कहता है विज्ञान

Earth hole Facts: पृथ्वी के आर-पार झेद किया जा सकता है नहीं इस सवाल पर विज्ञान के अपने तर्क हैं। अब तक रूस ने पृथ्वी में सबसे बड़ा गड्ढा खोगा है, जिसे उसने सील भी कर दिया है। अब चीन भी कुछ ऐसी ही कर रहा है।

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Earth hole Facts: पृथ्वी को लेकर कई तरह की ख़बर सामने आती रहती है। पृथ्वी गोल है से लेकर, पृथ्वी के अदंर कितना बड़ा होल किया जा सकता है? आए दिन वैज्ञानिक रिसर्च में रोज नए - नए खुलासे करता रहता है। हमारा दिमाग भी खुरापात करता रहता है। आपके दिमाग में कभी न कभी एक सवाल जरूर आया होगा कि आखिर हम पृथ्वी के कितना अंदर तक छेद कर सकते हैं या फिर क्या पृथ्वी के आर-पार छेद किया जा सकता है या नहीं? चलिए इन प्रश्नों को लेकर विज्ञान क्या कहता है आपको बताते हैं। 

आगे बढ़े उससे पहले आपको बता दें कि पृथ्वी की क्रस्ट यानी उसकी सतह में 10,000 मीटर (32,808 फीट) तक का गड्ढा खोदने का काम कर रहा है। अगर चीन ये गड्ढा खोदने में कामयाब हो जाता है तो वह 145 मिलियन साल पुरानी चट्टानों तक पहुंच जायेगा। चलिए अब मुद्दे पर आते हैं। आपको बता दें कि हमारी पृथ्वी पांच सतहों से मिलकर बनी है। अगर कोई पृथ्वी के आर-परा छेद करना चाहता है तो उसे इन पांचो सतहों को पार करना होगा।  मोटे तौर पर क्रस्ट, मेंटल और कोर का नाम तो आपने सुना ही होगा। ये पृथ्वी की तीन महत्वपूर्ण लेयर हैं।

कितनी मोटी है पृथ्वी की लेयर्स

अब बतातें हैं कि कौन सी लेयर कितनी मोटी है। पहली लेयर क्रस्ट की बात करें तो यह 40 माइल्स मोटी है। दूसरी लेयर अपर लेयर 217 माइल्स मोटी है। तिसीर लेयर 1550 माइल्स मोटी है। चौथी लेयर आउटर कोर 1367 माइल्स मोटी है। और इनर कोर सॉलिड लेयर 746 माइवल्स मोटी है। इस डाटा के अनुसार अगर कोई पृथ्वी के आर-पार तक छेद करना चाहता है तो उसे लगभग 4 हजार माइल्स तक छेद करना होगा। पृथ्वी में इतना बड़ा गड्ढा करना असंभव है। अब तक हम मानव सिर्फ और सिर्फ 7 माइल्स तक ही छेद हो सका है। 

अब तक पृथ्वी पर किया गया सबसे लंबा छेद किसने किया?

पृथ्वी पर छेद करने को लेकर तमाम देशों के वैज्ञानिक लगे हुए हैं। लेकिन अगर हम अब तक पृथ्वी पर मानव द्वारा किए गए सबसे गहरे गड्ढे की बात करें तो वह रूसी कोला सुपरडीप बोरहोल है। इसकी गहराई 40 हजार फीट से अधिक है। इसके आगे रूस ने इसे और गहरा नहीं किया और इस मिशन को रोककर रूस ने इस गड्ढे को सील कर दिया था। वहीं अब चीन 32 हजार फीट का छेद कर रहा है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि चीन के वैज्ञानिक खनिज और ऊर्जा संसाधनों के लिए इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। अब तक कई देश पृथ्वी में छेद करने की कोशिश की हैं। लेकिन छेद करने वाले देशों को कोई बड़ी सफलता नहीं मिली।

क्या पृथ्वी के आर-पार छेद संभव है?

ऊपर आपने पृथ्वी पर हुए अब तक के सबसे बड़े गड्ढे और कोशिशों के बार में तो पढ़ लिया। पढ़ते वक्त आपके मन में कई बार ये सवाल जरूर आया होगा कि आखिर पृथ्वी के आर-पार छेद किया जा सकता है कि नहीं? इस प्रश्न का उत्तर मिलना असंभव सा लग रहा है क्योंकि पृथ्वी में इतना गहरा गड्ढा खोदना असंभव है। यानि वर्तमान में आप जिस लेख को पढ़ रहे हैं उसे लिखते समय तक पृथ्वी के आर-पार होल करने के कोई भी पुख्ता बात सामने नहीं आई है। इसीलिए यह कहा जा सकता है कि पृथ्वी का आर-पार छेद करना असंभव सा है।  First Updated : Sunday, 25 June 2023