म्यांमार में फिर आया 5.1 की तीव्रता का भूकंप, डर के साए में लोग...भारत लगातार भेज रहा राहत सामग्री
7.7 तीव्रता का पहला भूकंप शुक्रवार को दोपहर में म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के पास आया. इसके परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर इमारतें ढह गईं तथा शहर के हवाई अड्डे सहित महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है. भारत ने तुरंत एक्शन लेते हुए राहत सामग्री पहुंचाई. पहली खेप में भारत ने 15 टन राहत सामग्री भेजी, जिसमें टेंट, मेडिकल सुविधा, खाने-पीने के सामान समेत कई चीजें शामिल थीं. इसके बाद दो और वायुसेना के विमानों ने गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से उड़ान भरी.

म्यांमार में रविवार को दूसरे सबसे बड़े शहर के पास 5.1 तीव्रता का भूकंप आया है. यह भूकंप शुक्रवार को आए विनाशकारी भूकंप के दो दिन बाद आया है. म्यांमार में भूकंप के बाद लोग डर के साए में जी रहे हैं. भूकंप के झटके आने पर मांडले के निवासी चीखने लगे.
इससे पहले शुक्रवार को म्यांमार में शहर के पास 7.7 तीव्रता का पहला भूकंप आया, जिससे कई इमारतें ढह गईं और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा. मरने वालों की संख्या 1,600 से अधिक हो गई है, जिसमें 3,400 से अधिक लोग लापता हैं और ये संख्या बढ़ने की संभावना है.
भारत ने पहुंचाई राहत सामग्री
भारत ने तुरंत एक्शन लेते हुए राहत सामग्री पहुंचाई. पहली खेप में भारत ने 15 टन राहत सामग्री भेजी, जिसमें टेंट, मेडिकल सुविधा, खाने-पीने के सामान समेत कई चीजें शामिल थीं. इसके बाद दो और वायुसेना के विमानों ने गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से उड़ान भरी, जिसमें एनडीआरएफ की टीम समेत रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल स्वान दस्ता, मेडिकल सर्विस और मानवीय सहायता थी.
पीएम मोदी ने दिया हरसंभव मदद का भरोसा
बता दें कि म्यांमार में आए भूकंप के बाद भारत ने ऑपरेशन ब्रह्मा शुरू किया है,जिसके तहत बड़ी संख्या में मानवीय मदद पहुंचाई जा रही है. नौसेना के दो जहाज 40 टन मानवीय सहायता लेकर म्यांमार पहुंचे. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है. बता दें कि म्यांमार में भूकंप के बाद नुकसान का आकलन किया जा रहा है.पिछले तीन दिनों से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. 7.7 तीव्रता का पहला भूकंप शुक्रवार को दोपहर में म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के पास आया. इसके परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर इमारतें ढह गईं तथा शहर के हवाई अड्डे सहित महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा.