भारत समेत इन एशियाई देशों की 1 घंटे के अंदर कांपी धरती, म्यांमार में फिर आया भूकंप, कहीं तबाही की आहट तो नहीं?
एक घंटे के भीतर आज सुबह भारत, म्यांमार और ताजिकिस्तान में 4 भूकंप के झटके महसूस किए गए. म्यांमार में 5.5 तीव्रता का भूकंप आया, जबकि तजाकिस्तान में भी दो भूकंप झटके महसूस किए गए, जिनकी तीव्रता 6.1 और 3.9 रही. हिमाचल के मंडी में भी हल्का भूकंप आया, जिसमें कोई बड़ा नुकसान होने की खबर फिलहाल सामने नहीं है.

आज सुबह एक घंटे के अंदर भारत, म्यांमार के साथ-साथ ताजिकिस्तान के कुछ हिस्सों में चार भूकंप आए. म्यांमार एक बार फिर भूकंप के झटकों से कांप उठा. म्यांमार के मध्यवर्ती हिस्से में स्थित मीकटिला के पास 5.5 तीव्रता का भूकंप आया. ये इलाका मांडले क्षेत्र में आता है. इस भूकंप ने उस दर्द को फिर से ताजा कर दिया है, जिसने म्यांमार को हाल ही में झकझोर कर रख दिया था. उस विनाशकारी भूकंप में हजारों लोगों की जान गई थी और लाखों की जिंदगी पर गहरा असर पड़ा था. Thingyan यानी म्यांमार का नववर्ष महोत्सव भी इस बार बिना किसी सार्वजनिक उत्सव के बीत रहा है, क्योंकि लोग अब भी उस भयावह हादसे से उबर नहीं पाए हैं.
लोगों में डर, लेकिन बड़े नुकसान की खबर नहीं
हालांकि इस भूकंप से किसी बड़े नुकसान या जानमाल की हानि की तत्काल रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन वुंदविन के लोगों ने बताया कि भूकंप के झटकों से लोग इमारतों से बाहर भागे और कुछ जगहों पर छतों को नुकसान पहुंचा है. वहीं नायपीडॉ में रहने वाले एक निवासी ने कहा कि वहां भूकंप महसूस नहीं हुआ. सभी गवाहों ने नाम ना छापने की शर्त पर ये जानकारी दी, क्योंकि म्यांमार की सैन्य सरकार सूचना पर कड़ा नियंत्रण रखती है और किसी भी जानकारी के लीक होने पर सख्त कार्रवाई की आशंका बनी रहती है.
मार्च का भूकंप अभी भी ताजा जख्म दे रहा
28 मार्च को आए विनाशकारी भूकंप में अब तक कम से कम 3,649 लोगों की मौत हो चुकी है और 5,000 से ज्यादा लोग घायल हैं. म्यांमार की सैन्य सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक, तब से अब तक सैकड़ों आफ्टरशॉक्स दर्ज किए जा चुके हैं. इस त्रासदी ने देश में पहले से चल रहे मानवीय संकट को और गहरा कर दिया है.
संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि भूकंप ने म्यांमार की पहले से ही बिगड़ी मानवीय स्थिति को और गंभीर बना दिया है. भूकंप प्रभावित इलाकों में खेती पूरी तरह ठप हो गई है और स्वास्थ्य सेवाएं भी बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं क्योंकि कई मेडिकल फैसिलिटीज को भारी नुकसान हुआ है. म्यांमार में जहां 3 दिन तक चलने वाले नववर्ष महोत्सव Thingyan की तैयारियां होती थी, वहां इस बार मातम और सन्नाटा पसरा है. सरकारी तौर पर सभी सार्वजनिक कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं और लोग अपने-अपने घरों में रहकर डर और चिंता के बीच दिन बिता रहे हैं.
हिमाचल के मंडी में भूकंप के झटके
रविवार को हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में एक हल्का भूकंप महसूस किया गया. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप की गहराई धरती से केवल 5 किलोमीटर थी और इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.4 मापी गई. भूकंप का केंद्र 31.49 डिग्री उत्तर और 76.94 डिग्री पूर्व में स्थित था. हालांकि भूकंप की तीव्रता ज्यादा नहीं थी, लेकिन इसका असर काफी तेज था. लोगों ने बताया कि पहले हल्की गड़गड़ाहट सुनाई दी और फिर अचानक धरती कांप उठी.
तजाकिस्तान में भी भूकंप के झटके
म्यांमार में भूकंप आने के बाद, 9.54 बजे तजाकिस्तान में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.1 मापी गई और ये भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर आया. इसका केंद्र 38.86°N, 70.61°E पर था, जो एक शक्तिशाली भूकंप था. यहीं नहीं,10.36 बजे तजाकिस्तान में एक और भूकंप के झटके महसूस हुए, जिसकी तीव्रता 3.9 मापी गई.