सुबह-सुबह हिली पाकिस्तान की धरती... 4.3 तीव्रता से आया भूकंप
आज पाकिस्तान में 4.3 तीव्रता का भूकंप आया, लेकिन कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ. वहीं म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप ने भारी तबाही मचाई. भारत ने म्यांमार में राहत सामग्री भेजी है. क्या पाकिस्तान में भूकंप एक और खतरे का संकेत है? पूरी खबर पढ़ें और जानें!

Earthquake Strikes Pakistan: आज, 2 अप्रैल को पाकिस्तान में एक भूकंप ने सुबह-सुबह धरती को हिलाकर रख दिया. राष्ट्रीय भूकंप केंद्र के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.3 मापी गई. पाकिस्तान में भूकंप से किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है लेकिन ये घटना फिर से इस बात को साबित करती है कि पाकिस्तान भूकंपीय दृष्टि से बहुत संवेदनशील क्षेत्र में स्थित है.
पाकिस्तान में भूकंप कोई नई बात नहीं
पाकिस्तान का अधिकांश हिस्सा हिंदू कुश, तिब्बत और हिमालय के भूकंपीय क्षेत्रों के पास स्थित है, जहां समय-समय पर भूकंप के झटके महसूस होते रहते हैं. पाकिस्तान के लिए भूकंप कोई नई बात नहीं है, और यह क्षेत्र ऐतिहासिक रूप से भूकंपीय गतिविधियों का शिकार रहा है. हालांकि, आज के भूकंप से किसी भी तरह के बड़े नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन यह फिर से इस बात का संकेत है कि पाकिस्तान में भूकंपों का खतरा हमेशा बना रहता है.
म्यांमार और थाईलैंड में भी भूकंप से तबाही
पाकिस्तान में आए इस भूकंप के अलावा, पिछले कुछ दिनों में म्यांमार और थाईलैंड में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. म्यांमार में 1 अप्रैल को दो बार भूकंप आया था, जिनकी तीव्रता 4.7 और 4.5 मापी गई. हालांकि, म्यांमार में ये भूकंप जितने भी थे, उनके बाद भूकंपीय गतिविधि में कोई राहत नहीं मिली थी. इससे पहले, 28 मार्च 2025 को म्यांमार में एक भूकंप आया था, जिसने भयंकर तबाही मचाई थी. इस भूकंप में अब तक 2000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, और कई लोग घायल हैं. स्थिति गंभीर है और मरने वालों की संख्या और बढ़ने की संभावना है.
भारत ने म्यांमार में दी मदद
भारत ने म्यांमार में आई इस भयानक त्रासदी के बाद मदद का हाथ बढ़ाया है. भारत ने 'ऑपरेशन ब्रह्मा' के तहत म्यांमार में 625 मीट्रिक टन मानवीय सहायता और आपदा राहत सामग्री भेजी है. इसके साथ ही भारतीय वायुसेना और भारतीय नौसेना के छह विमान और पांच जहाजों ने राहत सामग्री भेजने का कार्य किया. भारत हमेशा अपने पड़ोसी देशों की मदद करता रहा है, और म्यांमार के साथ भी इस संकट में भारत ने अपने कंधे से कंधा मिलाकर मदद की है.
भूकंप के झटकों से बचने के उपाय
पाकिस्तान में आए भूकंप के बाद लोग राहत महसूस कर रहे हैं कि कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ लेकिन इस प्राकृतिक आपदा से यह भी स्पष्ट है कि भूकंप एक ऐसा खतरा है जिसका कोई पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता. म्यांमार और थाईलैंड में आई भूकंपीय गतिविधियों से यह साफ है कि यह समस्या केवल पाकिस्तान तक सीमित नहीं है. ऐसे में हर देश को भूकंप से बचने के लिए तैयार रहना चाहिए, और समय-समय पर राहत कार्यों की योजनाएं तैयार करनी चाहिए.