तिब्बत में भूकंप से भयंकर तबाही, इमारतें धराशायी, 95 लोगों की मौत
Earthquake: समाचार एजेंसी एएफपी ने चीनी मीडिया शिन्हुआ के हवाले से बताया कि आज नेपाली सीमा के पास तिब्बत में 7.1 तीव्रता का भूकंप आने से 95 लोगों की मौत हो गई. भूकंप के झटके बिहार, असम और पश्चिम बंगाल समेत भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए.
Earthquake: सरकारी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार की सुबह नेपाल सीमा के पास पश्चिमी चीन के पहाड़ी क्षेत्र में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. भूंकप के कारण कम 36 लोगों की मौत हो गई. रॉयटर्स ने बताया कि तिब्बत भूकंप में 53 लोगों की मौत हो गई है और 62 अन्य घायल हो गए है. आपातकालीन प्रबंधन मंत्रालय का हवाला देते हुए सरकारी प्रसारक सीसीटीवी ने मृतकों की संख्या की पुष्टि की, लेकिन हताहतों के बारे में और जानकारी नहीं दी.
बता दें कि भूकंप का केंद्र तिब्बत और नेपाल सीमा के पास था, जहां 7.1 तीव्रता का शक्तिशाली झटका दर्ज किया गया. नेपाल और भारत में फिलहाल किसी हताहत की खबर नहीं है. भूकंप का केंद्र नेपाल सीमा के पास शिज़ांग (तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र) में था.
सुबह 6:52 बजे महसूस हुए झटके
भूकंप का असर सुबह 6:52 बजे देखा गया. नेपाल के काठमांडू, धाडिंग, सिंधुपालचौक, कावरे और मकवानपुर सहित कई जिलों में झटके महसूस हुए. उत्तर भारत के शहरों में भी भूकंप की कंपन को महसूस किया गया. जानकारी के मुताबिक भूकंप का केंद्र चीन था जिसकी भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी.
#BREAKING: A magnitude 7.2 #earthquake just hit China, Taiwan, Nepal, and India 🚨 pic.twitter.com/l1lDcvpGM5
— Ezee (@EzeemmaCraic) January 7, 2025
कहां-कहां हुआ असर?
-तिब्बत:32 लोगों की मौत और संपत्ति को नुकसान.
- नेपाल: कई जिलों में झटके, लेकिन अब तक कोई बड़ी क्षति की सूचना नहीं.
- भारत: उत्तर भारत के कई शहरों में झटके महसूस हुए, लेकिन कोई नुकसान नहीं.
- बांग्लादेश: हल्के झटके दर्ज किए गए.
BREAKING: At least 9 people killed from 7.1 magnitude earthquake in Shigatse City in Tibet, China. - CCTV pic.twitter.com/MYtMZUPifK
— AZ Intel (@AZ_Intel_) January 7, 2025
कैसे आते हैं भूकंप?
भूकंप पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेटों की हलचल का परिणाम होता है. हमारी पृथ्वी 7 टेक्टोनिक प्लेटों से बनी है, जो लगातार अपनी जगह पर घूमती रहती हैं. जब ये प्लेटें टकराती हैं या घर्षण करती हैं, तो भूकंप आता है. इसकी तीव्रता के आधार पर नुकसान का स्तर तय होता है.