ईरान के शाहिद राजाई बंदरगाह पर विस्फोट, 500 से ज्यादा लोग घायल, कई लोगों के मारे जाने की आशंका
ईरान के बंदरगाह शहर में शनिवार एक बड़ा हादसा हो गया. इस शहर में रखे गए कई कंटेनरों में विस्फोट हुआ, जिससे कई लोगों के घायल होने का समाचार सामने आया है. विस्फोट के साथ ऐसा तांडव मचा के कई किलोमीटर तक घरों की खिड़कियां भी टूंड गई. इस सबंध में सोशल मीडिया पर वीडियो भी बायरल हो रही हैं.

ईरान के बंदर अब्बास शहर में शाहिद राजाई बंदरगाह पर शनिवार को भीषण विस्फोट हुआ, जिसमें 500 से अधिक लोग घायल हो गए. रिपोर्ट के अनुसार, आग बुझाने के लिए बंदरगाह को बंद कर दिया गया है. बंदरगाह पर बड़ी संख्या में श्रमिक मौजूद थे. माना जा रहा है कि इस विस्फोट में बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं.
कई किमी तक टूटी खिड़कियां
एक स्थानीय अधिकारी ने बताया कि इस घटना का कारण शाहिद राजाई बंदरगाह घाट क्षेत्र में संग्रहीत कई कंटेनरों में विस्फोट था. हम वर्तमान में घायलों को निकाल रहे हैं और उन्हें चिकित्सा केंद्रों में स्थानांतरित कर रहे हैं. विस्फोट के कारण कई किलोमीटर तक की खिड़कियां टूट गईं. सोशल मीडिया पर वीडियो में विस्फोट के बाद मशरूम जैसा बादल बनते हुए दिखाया गया है.
Viral video:
Moment of the explosion at Shahid Rajaee Port in #Iran —
A scene reminiscent of the #Beirut_Port_Explosion. pic.twitter.com/f4MxBx2WEa— SilencedSirs◼️ (@SilentlySirs) April 26, 2025
2020 में शाहिद राजाई पोर्ट पर हुआ था हमला
आपको बता दें कि 2020 में शाहिद राजाई बंदरगाह को भी साइबर हमले का निशाना बनाया गया था, जिससे आस-पास के इलाकों में काफी बैकअप हो गया था. वाशिंगटन पोस्ट ने बताया था कि पहले हुए ईरानी साइबर हमले के प्रतिशोध में इस हमले के पीछे इजराइल का हाथ था. यह विस्फोट ऐसे समय हुआ था जब ईरान ओमान में संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ तीसरे दौर की परमाणु वार्ता कर रहा है, हालांकि इसका कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है.
ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु वार्ता
बातचीत का नेतृत्व अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची द्वारा किया जा रहा है, साथ ही दोनों पक्षों के विशेषज्ञों के बीच तकनीकी स्तर की बैठकें भी हो रही हैं. इसका लक्ष्य एक नए समझौते पर पहुंचना है जो ईरान को परमाणु हथियार विकसित करने से रोकेगा, हालांकि तेहरान इस आरोप से इनकार करता है, तथा बदले में उसे कठोर प्रतिबंधों से राहत मिलेगी.
रिपोर्ट के अनुसार, यह बंदरगाह तेहरान से लगभग 1,050 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में होर्मुज जलडमरूमध्य के पास स्थित है, जो फारस की खाड़ी का संकरा प्रवेशद्वार है, जिसके माध्यम से वैश्विक तेल व्यापार का 20 प्रतिशत भाग गुजरता है.


