मजबूर या जल्लाद: 7 दिन की बेटी को बाप ने क्यों दफनाया जिंदा?
गरीबी इंसान को कई बार ऐसे कदम उठाने पर मजबूर कर देती है जो उसे जल्लाद बना देते हैं. ऐसी कई मिसाल देखने को मिल जाएंगी. हाल ही में पाकिस्तान के सिंध में एक बाप ने ऐसा ही किया है. घर में जब कोई नन्हा मेहमान आता है तो खुशियां ही खुशियां होती हैं लेकिन सिंध के एक गांव में पिता के सामने ऐसी मजबूरी थी कि उसने महज़ 6-7 दिन की बेटी को कब्रिस्तान में जाकर जिंदा दफना दिया.
Pakistan News: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से एक हैरान कर देने वाली खबर आ रही है. खबर पढ़कर हर आदमी के मन में कई सवाल पैदा होने लाजमी हैं. पाकिस्तान के सिंध में एक बाप ने अपनी नवजात बच्ची को जिंदा ही कब्रिस्तान में दफना दिया. पाकिस्तान के सिंध प्रांत के लॉन्ग राजपर गांव के रहने वाले तैय्यब पर अपनी नवजात बच्ची को जिंदा दफनाने का आरोप है. इस घटना की खबर फैलने के बाद पुलिस ने तैय्यब को हिरासत में लेते हुए मामला दर्ज किया और फिर आरोपी की पहचान पर उस जगह की पुष्टि की गई जहां उसने अपनी नवजात बच्ची को जिंदा दफनाया था.
बीबीसी उर्दू की एक रिपोर्ट के मुताबिक एएसआई गुलाम हुसैन ने कहा है कि वह ड्यूटी पर थे जब उन्हें जानकारी मिली कि तैयब उर्फ मच्छर राजपर ने कथित तौर पर अपनी बीमार नवजात बेटी को दफना दिया है. बच्ची सिर्फ 6-7 दिन की थी और उसे अपने गांव के पास के एक कब्रिस्तान में कब्र खोदकर जिंदा दफना दिया. जानकारी मिलने पर वह अन्य पुलिसकर्मियों के साथ गांव पहुंचे और तैय्यब उर्फ मच्छर को हिरासत में ले लिया. पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार होने के बाद तैय्यब ने खुद अपना जुर्म कबूल करते हुए कहा कि उससे गलती हुई है.
ٹھارو شاہ
— RahilaMujahid (@RahilaMujahid) July 9, 2024
بدبخت باپ نے دور جاہلیت کی یاد تازہ کردی
زندہ 15 دن کی معصوم بچی کو دفن کر دیا
بقول باپ کے بچی بیمار تھی اور علاج کے پیسے نہ تھے
کاش کے گورنمنٹ کے ہسپتالوں میں اگر علاج دستیاب نہیں تو ان کرتے دھرتا کو بھی ساتھ سپرد خاک کر دیتا pic.twitter.com/SscrZzvE52
क्या बोला आरोपी पिता?
पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने बताया कि उसकी बेटी का जन्म 20-25 दिन पहले हुआ था और जन्म के समय से ही वह बीमार थी. गरीबी के कारण वह अपनी बेटी का इलाज नहीं करा सका और उसे घर से एक बोरे में डालकर कब्रिस्तान ले गया जहां उसने गड्ढा खोदा, कपड़े में लपेटकर बच्ची को दफना दिया. एएसआई गुलाम हुसैन ने दावा किया कि वह आरोपी को अपने साथ उस जगह पर ले गये जहां लड़की को दफनाया गया था और आरोपी ने खुद ही उस स्थान को चिह्नित किया था.
क्या बोले रिश्तेदार?
इस संबंध में आरोपी के सगे भाई ने बीबीसी को बताया कि बच्ची बीमार थी और ठीक नहीं हो रही है. साथ ही तैयब के पास इलाज कराने के लिए पैसे नहीं थे यह सब तो पता था लेकिन वो बच्ची को लेकर कोई ऐसा कदम उठाने जा रहा है, इसकी जानकारी नहीं थी. इसके अलावा आरोपी की भाभी ने बताया कि तैयब ने सभी को यह बताया है कि बच्ची बीमारी की वजह से मर गई. बीबीसी ने एक स्थानीय पत्रकार के हवाले से बताया कि आरोपी और उसके भाई गरीबी से भी निचली रेखा पर अपनी जिंदगी काट रहे हैं.