Hamas attack First anniversary: आज से करीब एक साल पहले यही वह दिन था जब हमास के लड़ाकों लड़ाकों ने आसमान, जमीन और समुद्र के रास्ते इजरायल में घुसकर कत्लेआम मचा दिया था. 7 अक्टूबर, 2023 को हमास ने इजरायल पर अचानक धावा बोल दिया था. इस दौरान हमास ने इजरायल पर घातक हमले किए थे जिसमें 12 से ज्यादा इजरायली लोगों की मौत हो गई थी. इस हमले की पहली बरसी पर इजरायल ने 10 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है. यह वर्षगांठ ऐसे समय में मनाई जा रही है जब इजरायल लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ नए युद्ध में शामिल है और ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है.
फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमले की वर्षगांठ मनाने के लिए रविवार को हजारों लोग एकत्रित हुए थे. वर्षगांठ मनाने के लिए पहली मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि, स्मारक और मार्च तेल अवीव से लेकर लंदन, पेरिस और बर्लिन तक के शहरों में आयोजित किए गए. इस दिन के लिए सोमवार को दुनिया भर में और भी कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं.
1. हमास ने इजरायल पर बड़े पैमाने पर अचानक हमला किया था. हमास के लड़ाकों ने इजरायल को तबाह करने के लिए हजारों रॉकेट दागे थे और जमीनी और समुद्री हमले भी किए थे. हमास ने गाजा से इजरायल के शहरों और कस्बों में 2,000 से अधिक रॉकेट दागे थे जिसकी वजह से भारी क्षति हुई थी और नागरिक भी हताहत हुए थे.
2. हमास के उग्रवादियों ने इजरायली सीमा का उल्लंघन किया था. गांजा के नजदीक कस्बों और किबुत्ज़िम में घुसपैठ कर नागरिकों पर हमला किया था. इस हमले में सैकड़ों इजरायली नागरिक और सैनिक मारे गए.
3. इस हमले के दौरान लगभग 251 लोगों को बंधक बनाकर गाजा पट्टी ले जाया गया, जिनमें से 97 अभी भी तटीय क्षेत्र में बंदी हैं. इन बंधको में 37 के बारे में इजरायली सेना का कहना है कि वे मर चुके हैं.
4. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमले के जवाब में युद्ध की घोषणा की. जवाबी कार्रवाई में, इजरायल ने गाजा में हमास के सैन्य बुनियादी ढांचे, हथियार डिपो और नेतृत्व को निशाना बनाकर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए.
5. हमास द्वारा संचालित फिलिस्तीनी क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गाजा में इजरायली आक्रमण शुरू होने के बाद से कम से कम 41,870 लोग मारे गए हैं जिनमें से अधिकांश नागरिक हैं
6. विश्व नेताओं ने हिंसा की निंदा की है और संयम बरतने का आह्वान किया है. इसके साथ ही बढ़ते मानवीय संकट पर चिंता व्यक्त की है. First Updated : Monday, 07 October 2024