Israel-Hamas War: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इजरायली समकक्ष से फोन पर की बात
Israel-Hamas War: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को अपने इजराइली समकक्ष एली कोहेन से फोन पर बात की. गाजा, लेबनान तथा क्षेत्र में समुद्री यातायात की सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की.
Israel-Hamas War: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को अपने इजराइली समकक्ष एली कोहेन से फोन पर बात की. इस दौरान उन्होने आतंकवाद, समेत गाजा, लेबनान तथा क्षेत्र में समुद्री यातायात की सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, 'अभी-अभी इजरायली विदेश मंत्री से बात हुई. गाजा में स्थिति, लेबनान और क्षेत्र में समुद्री यातायात की सुरक्षा पर चर्चा की. संपर्क में बने रहेंगे.'
Just spoke to Israeli Foreign Minister @elicoh1.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) December 12, 2023
Discussed the Gaza situation, Lebanon and safety of maritime traffic in the region.
Will continue to remain in touch.
गौरतलब है कि हमास ने सात अक्टूबर को इजरायल पर आतंकी हमला किया था. जिसके बाद हमास द्वारा किए गए हमले के जवाब में इजरायल ने सैन्य कार्रवाई की. सैन्य कार्रवाई के तहत इजराइल ने गाजा में अपना सैन्य आक्रमण जारी रखा है. बता दें, इजरायल-हमास संघर्ष में अबतक करीब 17,000 लोग मारे गए है.
इजरायल की सैन्य कार्रवाई में गाजा के अब तक करीब 17,000 लोगों की जान गई है. भारत तनाव घटाने और फलस्तीन मुद्दे के द्विराष्ट्र समाधान की दिशा में प्रत्यक्ष शांति वार्ता को जल्द से जल्द फिर से शुरू करने की स्थिति बनाने का आह्वान करता रहा है. भारत ने हमास के आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है.
इजराइल-हमास वॉर के बीच UNGA की आपात बैठक में गाजा में तत्काल युद्धविराम के लिए पेश किया गया जहां कि प्रस्ताव पारित हो गया है. भारत समेत 153 देशों ने गाजा में युद्धविराम के पक्ष में वोट किया. संयुक्त राज्य अमेरिका और इज़राइल समेत 10 देशों ने विरोध में मतदान किया, जबकि 23 देश अनुपस्थित रहे. युद्धविराम प्रस्ताव के ख़िलाफ़ मतदान करने वाले देशों में अमेरिका, ऑस्ट्रिया, चेक गणराज्य, ग्वाटेमाला, इज़राइल, लाइबेरिया, माइक्रोनेशिया, नाउरू, पापुआ न्यू गिनी और पराग्वे शामिल हैं.
महासभा में यह मतदान वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए जिम्मेदार सुरक्षा परिषद के बार-बार ऐसा आह्वान करने में विफल रहने के बाद हुआ. शुक्रवार को संयुक्त राज्य अमेरिका, इज़राइल के सबसे शक्तिशाली सहयोगी और सुरक्षा परिषद के केवल पांच स्थायी सदस्यों में से एक, ने युद्धविराम को रोकने के लिए अपने वीटो का इस्तेमाल किया.