कश्मीर में पहली बार होगी जी-20 की बैठक, भारत के फैसले पर बौखलाया पाकिस्तान, पाक विदेश मंत्रालय ने दिया ये बयान
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत अपने स्वार्थी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय समूह की अपनी अध्यक्षता का फायदा उठा रहा है।
हाइलाइट
- जम्मू-कश्मीर में आयोजित होगी जी-20 बैठक
- भारत के फैसले पर पाकिस्तान ने जताई नाराजगी
- धारा 370 हटने के बाद कश्मीर में होगी पहली अंतरराष्ट्रीय बैठक
इस साल भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है। पहली बार जम्मू-कश्मीर में जी-20 की बैठक आयोजित होगी। भारत सरकार ने कश्मीर में जी-20 की बैठक कराने का फैसला किया है। भारत के इस फैसले पर पाकिस्तान ने नाराजगी जाहिर की है। पाक विदेश मंत्रालय ने श्रीनगर में आयोजित होने वाली जी-20 बैठक का विरोध करते हुए इस निराशाजनक बताया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में जी-20 बैठक का आयोजन करने के भारत के कदम को गैरजिम्मेदाराना करार दिया है। पाकिस्तान ने कहा कि भारत अपने स्वार्थी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए फिर से एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय ग्रुप की अपनी सदस्यता का फायदा उठा रहा है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत का यह गैर-जिम्मेदाराना कदम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के प्रस्तावों की अवहेलना और संयुक्त राष्ट्र चार्टर व अंतरराष्ट्रीय कानून के सिद्धांतों का उल्लंघन है। पाकिस्तान इसकी निंदा करता है।
धारा 370 हटने के बाद पहली अंतरराष्ट्रीय बैठक
धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार अंतरराष्ट्रीय बैठक आयोजित की जाएगी। जी-20 प्लान के मुताबिक, श्रीनगर में 22 और 23 मई को टूरिज्म पर वर्किंग समूहों की बैठक होगी। ऐसा पहली बार हो रहा है कि जब जम्मू-कश्मीर में जी-20 की बैठक होगी। वहीं धारा 370 हटने के बाद श्रीनगर में यह पहली अंतरराष्ट्रीय बैठक होगी।
गौरतलब हो कि भारत इस साल जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है। भारत जी-20 की अध्यक्षता के दौरान 28 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों में बैठकें आयोजित कर रहा है। इससे पहले भारत ने अरुणाचल प्रदेश में जी-20 कार्यक्रम आयोजन कर चुका है। जिस पर चीन आपत्ति जाहिर की थी। जी-20 इस बैठक में कई देशों के करीब 50 डेलीगेट्स भाग लिया था। वहीं श्रीनगर में होने वाली जी-20 की बैठक में भी कई देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।