गर्लफ्रेंड का खो गया सामान, गुस्से में आ कर बॉयफ्रेंड ने शुरू की एयरलाइन रैंकिग वेबसाइट
अपनी गर्लफ्रेंड का सामान खो जाने के बाद, तकनीकी विशेषज्ञ पीटर लेवल्स ने खोए हुए सामान के आधार पर एयरलाइनों को रैंक करने के लिए लगेजलॉजर्स डॉट कॉम बनाया. यह साइट सोशल मीडिया रिपोर्ट्स पर निर्भर करती है और एयरलाइनों को उनके सामान कोने के आधार पर रैंक करती है. वेबसाइट पर दो भारतीय एयरलाइंस टॉप-5 सामान खोने वालों में शामिल हैं.
क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि आप ट्रैवल कर रहे हों और आपका सामान खो जाए. दरअसल एक कपल के साथ ऐसा ही हुआ है. जिसके बाद इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कपल ने कुछ ऐसी तरकीब निकाली जिसे देखकर आप हैरान रह जाएंगे. शख्स का नाम पीटर लेवल्स है और वह तकनीकी विशेषज्ञ है. इन्होंने पहले कई प्रोडक्ट्स बनाए हैं, अब इन्होंने एक नई वेबसाइट बनाई है जो एयरलाइंस को उनके खोए हुए सामान की संख्या के आधार पर रैंक करती है.
इस वेबसाइट का नाम 'luggagelosers.com' है और यह पहले से ही लाइव और टिक रही है. इस वेबसाइट पर दो भारतीय एयरलाइंस टॉप 5 सामान खोने वालों में शामिल हैं. एयर इंडिया और स्पाइसजेट. हालांकि luggagelosers.com पर रैंकिंग सोशल मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. कपल का शुरू किया गया ये एक अनोखी पहल है. जिसकी काफी तारीफ भी हो रही है. इस वेबसाइट पर लोग एयरलाइंस को रैंक करते हैं.
गुस्से में आकर शख्स ने निकाली तरकीब:
बता दें कि यह शानदार आइडिया शख्स के गुस्से से निकलकर आया है. लेवल्स की गर्लफ्रेंड का सूटकेस वुएलिंग एयरलाइंस नामक एक स्पेनिश एयरलाइन की वजह से गायब हो गया. फिर उसने मामले को अपने हाथों में लेने का फैसला किया. इस पर शख्स ने कहा,"मैंने यह इसलिए बनाया क्योंकि वुएलिंग ने दो हफ़्ते पहले मेरी गर्लफ्रेंड का सूटकेस खो दिया था और अभी तक उसे वापस नहीं किया है."
लाइव रैंकिंग पर चलती है ये वेबसाइट
लेवल्स ने बताया, "यह एयरलाइनों की एक लाइव रैंकिंग है कि वे अभी कितना सामान खो रहे हैं." तो, यह सामान के खोने का एक सही समय स्कोरबोर्ड जैसा है. भले ही यह लिस्ट सांकेतिक हो, लेकिन भारतीय एयरलाइंस को मुश्किल समय का सामना करना पड़ रहा है. सबसे ज़्यादा सामान खोने के मामले में एयर इंडिया सबसे आगे है, उसके बाद वेस्ट जेट एयरलाइंस, एयर लिंगस, ब्रिटिश एयरवेज, आइबेरिया और फिर स्पाइसजेट का नंबर आता है. एयरलाइन्स देश में सबसे ज़्यादा सामान खोने की बात करें तो भी भारत इस लिस्ट में सबसे ऊपर है.