Global South Politics: भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि ग्लोबल साउथ में एकजुटता और आत्मनिर्भरता है, इसके विकास के बिना वैश्विक स्तर पर डेवलप करना मुश्किल है. इतने गंभीर मुद्दों पर विदेश मंत्री ने लागोस में नाइजीरियाई इंस्टीट्यूट आफ इंटरनेशनल अफेयर्स को संबोधित करते हुए अपनी बात को रखा है. उन्होंने कहा कि वैश्विक एजेंडा पुनर्संतुलन और बहुध्रुवीयता को बढ़ावा देने का है. जिससे पूरी दुनिया की विकास के साथ प्राकृतिक विविधता बहाल करना का है.
जयशंकर ने कहा कि आज वैश्विक बातचीत में ग्लोबल साउथ को महत्व दिया गया है, क्योंकि ग्लोबल साउथ की प्रगति के बिना वैश्विक विकास होना असंभव होगा. साथ ही ग्लोबल साउथ के बिना वैश्विक स्तर पर बातचीत करना विचलित करने जैसा है. जब कोई बड़ा एजेंडा आता है, कोई बड़ी घटना होती है, कोई संकट होता है तो वैश्विक संवाद लड़खड़ाता हुआ दिखता है. तो उस वक्त ऐसा लगता है कि सबकुछ पटरी से उतरने वाला है. उन्होंने कहा कि लोग उस मुद्दे से भटक जाते हैं कि मुद्दे क्या है?
विदेश मंत्री ने सोमवार को कहा कि आज वैश्वीकरण को हथियार की तरह इस्तेमाल किया जाता है, इस प्रमुख शस्त्र मुद्रा, व्यापार और पर्यटन है. जयशंकर ने वैश्वीकरण के सकारात्मक पहलुओं पर जोर देने के साथ उसका नकारात्मक पक्ष को पर भी रोशनी डालते हुए अपनी बात को रखा. उन्होंने स्पष्टता के साथ कहा कि वैश्विक स्तर पर कुछ आर्थिक क्षेत्र ऐसे हैं जिनपर बड़ी शक्तियां जोर देती हैं, लेकिन बहुत से एरिया ऐसे भी हैं जहां पर संवाद के साथ उस पर काम करने की जरूरत है. First Updated : Tuesday, 23 January 2024