अमेरिकी टैरिफ को लेकर मिल सकती है गुड न्यूज!, चीन और कनाडा के ग्रुप में होगा भारत

वार्ताकार अगले तीन दिनों के भीतर नए सौदे की रूपरेखा को अंतिम रूप देने के लिए काम कर रहे हैं, चर्चा सकारात्मक बनी हुई है. अमेरिकी अधिकारी कथित तौर पर भारत से और अधिक रियायतें देने के लिए दबाव डाल रहे हैं.  वैश्विक व्यापार पुनर्गठन के बीच अमेरिका अपनी टैरिफ रणनीति की समीक्षा कर रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, सरकार अमेरिका के साथ चल रही व्यापार सौदे की बातचीत के तहत 23 अरब डॉलर के आधे से ज्यादा अमेरिकी आयातों पर टैरिफ में कटौती करने के लिए तैयार है.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

भारत को प्रस्तावित अमेरिकी टैरिफ से राहत मिल सकती है. भारत को चीन, मैक्सिको और कनाडा जैसे देशों के ग्रुप में नहीं रखा जाएगा. सूत्रों के अनुसार, दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता सुचारू रूप से आगे बढ़ रही है. अमेरिका द्वारा समान टैरिफ लगाने की 2 अप्रैल की समय-सीमा से पहले किसी गतिरोध के कोई संकेत नहीं हैं.

सूत्रों ने पुष्टि की कि कई विषयों पर चर्चा की जा रही है, जिसका अर्थ है कि इससे नए व्यापार उपायों का चरणबद्ध तरीके से लागू होगा. इस समझौते के तहत उच्च मांग वाले उत्पादों और पर्याप्त मात्रा में व्यापार वाले उत्पादों पर टैरिफ में मामूली वृद्धि हो सकती है. इससे अमेरिका को भारतीय निर्यात पर टैरिफ का असर कम होगा. भारतीय व्यापार अधिकारी भी कुछ प्रमुख क्षेत्रों पर टैरिफ कम करने पर जोर दे रहे हैं जो अमेरिका को अधिक मात्रा में निर्यात करते हैं.

ट्रंप ने की टैरिफ की समीक्षा

सूत्रों ने संकेत दिया कि वार्ताकार अगले तीन दिनों के भीतर नए सौदे की रूपरेखा को अंतिम रूप देने के लिए काम कर रहे हैं, चर्चा सकारात्मक बनी हुई है. अमेरिकी अधिकारी कथित तौर पर भारत से और अधिक रियायतें देने के लिए दबाव डाल रहे हैं.  वैश्विक व्यापार पुनर्गठन के बीच अमेरिका अपनी टैरिफ रणनीति की समीक्षा कर रहा है. चीन, मैक्सिको और कनाडा के समान टैरिफ उपचार से भारत का संभावित बहिष्कार अमेरिका के साथ उसके विशिष्ट व्यापार संबंधों की मान्यता का संकेत देता है. इससे उन भारतीय निर्यातकों को राहत मिल सकती है जो टैरिफ में भारी बढ़ोतरी से चिंतित हैं.

एक दिन पहले खबर आई थी कि सरकार अमेरिका के साथ चल रही व्यापार सौदे की बातचीत के तहत 23 अरब डॉलर के आधे से ज्यादा अमेरिकी आयातों पर टैरिफ में कटौती करने के लिए तैयार है. इस कदम का उद्देश्य भारतीय व्यवसायों को पारस्परिक टैरिफ़ के प्रभाव से बचाना है, जो निर्यात को काफी नुकसान पहुंचा सकता है.

भारत अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ कम करने को तैयार!

सरकारी सूत्रों ने बताया कि भारत ने एक आंतरिक विश्लेषण किया है, जिससे पता चला है कि नए अमेरिकी टैरिफ से अमेरिका को भारत के 87% निर्यात पर असर पड़ सकता है, जिसकी कीमत लगभग 66 बिलियन डॉलर है. इस प्रभाव से बचने के लिए भारत कथित तौर पर 55% अमेरिकी आयातों पर टैरिफ कम करने के लिए तैयार है, जिन पर वर्तमान में 5% से 30% के बीच कर लगाया जाता है. कुछ टैरिफ में काफी कटौती की जा सकती है, और अन्य को पूरी तरह से हटाया जा सकता है. हालाँकि, सभी प्रस्ताव अभी भी चर्चा के अधीन हैं.

भारत में अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि

उल्लेखनीय है कि दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच के नेतृत्व में एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल मंगलवार से शुरू हुई व्यापार वार्ता के लिए भारत में है. इसका उद्देश्य 2 अप्रैल से अमेरिकी पारस्परिक टैरिफ लागू होने से पहले सौदे को अंतिम रूप देना है.

calender
27 March 2025, 12:05 PM IST

जरूरी खबरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो