इतने तो लोग नहीं जितनी लाशें हैं यहां, डर के साएं में रहते हैं लोग, ऐसे ही नहीं कहा जाता आत्माओं का शहर
कैलिफोर्निया में एक छोटा-सा शहर है जिसे आत्माओं का शहर के नाम से जाना जाता है. इस शहर में लाखों लाशें दफन हैं, जिनमें आम लोगों से लेकर बड़ी हस्तियां भी शामिल हैं. जैसे डेनिम के संस्थापक लेवी स्ट्रॉस, बैंक ऑफ अमेरिका के संस्थापक ए.पी. जाननिनी और मशहूर बेसबॉल खिलाड़ी जोए डिमैगियो.

कैलिफोर्निया का एक छोटा सा शहर कॉलमा. इस शहर को आत्माओं का शहर कहा जाता है. अपने अनोखे इतिहास के लिए ये शहर प्रसिद्ध है. यह शहर केवल 1.9 वर्ग मील में फैला हुआ है. इसकी आबादी 2000 से भी कम है. लेकिन यहां की खास बात यह है कि इस छोटे से शहर में लाखों लाशें दफनाई गई हैं. कॉलमा में लगभग 17 कब्रिस्तान हैं, जिसमें करीब 15 लाख शव दफन हैं. यहां की सड़कों पर बड़ी-बड़ी हस्तियों से लेकर आम लोग तक की लाशें दफन है. यही कारण है कि इसे आत्माओं का शहर कहा जाता है.
अब सवाल यह उठता है कि इतनी लाशें कहां से आईं? इसका कारण 1848 में कैलिफोर्निया में सोने की खोज थी. इस खोज ने लोगों को कैलिफोर्निया की ओर आकर्षित किया और जनसंख्या विस्फोट जैसी स्थिति पैदा हो गई. सैन फ्रांसिस्को जैसे शहरों में जगह की कमी होने लगी, जिससे शवों को दफनाने के लिए नया स्थान खोजा गया. इसके बाद 1887 में कॉलमा में पहला कब्रिस्तान बनवाया गया.
प्रसिद्ध हस्तियों की लाशें दफन
जनसंख्या बढ़ने के साथ यह डर भी पैदा हुआ कि कब्रिस्तानों के पास रहने से बीमारियों का खतरा हो सकता है. इसलिए 1914 में सैन फ्रांसिस्को के पुराने कब्रिस्तानों से लगभग 1.5 लाख शवों को खोदकर कॉलमा के कब्रिस्तानों में शिफ्ट कर दिया गया, जिससे कॉलमा को आत्माओं का शहर के नाम से जाना जाने लगा. कॉलमा के इन कब्रिस्तानों में कई प्रसिद्ध हस्तियों की लाशें भी दफन हैं, जैसे डेनिम के संस्थापक लेवी स्ट्रॉस, बैंक ऑफ अमेरिका के संस्थापक ए.पी. जाननिनी और मशहूर बेसबॉल खिलाड़ी जोए डिमैगियो.