नसरुल्लाह की मौत पर आ गया हिजबुल्लाह का बयान, जानिए क्या कहा
हिजबुल्लाह ने अपने चीफ हसन नसरुल्लाह की मौत को लेकर किए जा रहे दावों पर मुहर लगा दी. इजरायली फौज की तरफ से किए गए दावे के बाद हिजबुल्लाह ने कबूल कर लिया है कि हां उनके चीफ की शुक्रवार को हुई एयर स्ट्राइक में मौत हो गई है.
एक बयान में, लेबनानी समूह हिजबुल्लाह ने इजरायल के इस दावे की पुष्टि की है कि उसके नेता हसन नसरुल्लाह की कल हत्या कर दी गई. इजरायल ने शुक्रवार शाम को बेरूत पर एक बड़ा हमला किया, जिसमें उसने कहा कि नसरल्लाह की मौत हो गई. इज़रायली फौज का कहना है कि उसने शुक्रवार शाम से हिज़्बुल्लाह के 140 से ज़्यादा ठिकानों पर हमला किया है, जिसमें “बेरूत के इलाके में रिहायशी इमारतों के नीचे बने बुनियादी ढाँचे” भी शामिल हैं.
बेरूत पर हमलों की ताज़ा लहर ने लेबनान की राजधानी के घनी आबादी वाले दक्षिणी उपनगर में कई रिहायशी इमारतों को ध्वस्त कर दिया, जिसके लिए इज़रायल पर “बंकर-बस्टिंग” बमों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है. इज़रायली बमबारी के कारण हज़ारों लोग अपने घरों से बेरूत की सड़कों पर आ गए हैं.
सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल नादव शोशानी ने शनिवार को एक्स पर घोषणा की, "हसन नसरल्लाह मर चुका है." शोशानी ने आगे कहा, "हिजबुल्लाह के ज्यादातर सीनियर नेताओं को मार गिराया गया है." हिजबुल्लाह के दक्षिणी मोर्चे के कमांडर अली कार्की और अतिरिक्त हिजबुल्लाह कमांडर भी शुक्रवार को बेरूत के दक्षिणी उपनगर दहियाह में बड़े पैमाने पर हवाई हमले में मारे गए, इजरायली सेना ने दावा किया.
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि बमबारी में कुल छह लोग मारे गए और 91 घायल हुए. इस हमले में छह अपार्टमेंट इमारतें जमींदोज हो गईं. शनिवार को बेरूत के दक्षिणी उपनगरों और लेबनान के अन्य क्षेत्रों में इजरायली हवाई हमले जारी रहे, जिसमें इजरायली फौज ने 140 से अधिक हिजबुल्लाह ठिकानों को निशाना बनाने का दावा किया.
64 वर्षीय नसरुल्लाह ने 32 से ज्यादा वर्षों तक ईरान समर्थित समूह का नेतृत्व किया है, एक राजनीतिक और आध्यात्मिक नेता के तौर पर काम करते हुए उसने हिज़्बुल्लाह को लेबनान में प्रमुख स्थान दिलाया. अपने समर्थकों के बीच, शिया नेता की इस बात के लिए प्रशंसा की जाती है कि उसने इज़राइल के सामने खड़े होकर अमेरिका की भी परवाह नहीं की. अपने दुश्मनों के लिए, वह एक आतंकवादी संगठन का मुखिया है और मध्य पूर्व में प्रभाव के लिए ईरान के संघर्ष में उसका प्रतिनिधि है.