Maldives President Mohammed Muizzu: संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र के लिए अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान गुरुवार को प्रिंसटन विश्वविद्यालय के 'डीन्स लीडरशिप सीरीज़' में बोलते हुए, मुइज़्ज़ू ने अपना रुख स्पष्ट किया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मालदीव 'कभी किसी एक देश के खिलाफ नहीं रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि द्वीप राष्ट्र 'अपनी धरती पर विदेशी सैन्य उपस्थिति के कारण एक गंभीर समस्या का सामना कर रहा है.'
मालदीव के समाचार पोर्टल adhadhu.com ने उनके हवाले से कहा, 'हम कभी भी किसी एक देश के खिलाफ नहीं रहे हैं. यह 'भारत आउट' नहीं है. मालदीव को अपनी धरती पर विदेशी सैन्य उपस्थिति के कारण गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा है.'
मालदीव के लोग देश में एक भी विदेशी सैनिक नहीं चाहते हैं. मालदीव के राष्ट्रपति का पद संभाला था, तब से भारत और मालदीव के बीच संबंध गंभीर तनाव में हैं. मुइज़ू ने भारत से देश द्वारा उपहार में दिए गए तीन विमानन प्लेटफार्मों का संचालन करने वाले लगभग 90 भारतीय सैन्य कर्मियों को वापस बुलाने के लिए कहा था. भारत ने 10 मई तक अपने सैन्य कर्मियों को वापस बुला लिया और उनकी जगह डोर्नियर विमान और दो हेलीकॉप्टरों को संचालित करने के लिए नागरिक कर्मियों को नियुक्त किया.
मुइज़ू ने आगे जोर देकर कहा कि उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान करने के लिए उप मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की थी. किसी को भी ऐसी बात नहीं कहनी चाहिए. मैंने इसके खिलाफ कार्रवाई की. मैं किसी का भी इस तरह अपमान करना स्वीकार नहीं करूंगा चाहे वह नेता हो या कोई आम इंसान है. हर इंसान की एक प्रतिष्ठा होती है. रिपोर्ट में उनके हवाले से कहा गया है.
मालदीव के युवा मंत्रालय के उप मंत्रियों को मोदी के खिलाफ अपमानजनक सोशल मीडिया पोस्ट के लिए निलंबित कर दिया गया था, जिसके बाद नई दिल्ली ने माले के साथ इस मामले को जोरदार तरीके से उठाया था. उप मंत्रियों ने लक्षद्वीप की अपनी यात्रा के बाद एक्स पर उनके पोस्ट के लिए मोदी की आलोचना की. यह अनुमान लगाते हुए कि यह केंद्र शासित प्रदेश को मालदीव के वैकल्पिक पर्यटन स्थल के रूप में पेश करने का एक प्रयास था. मोदी कई परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिए 2 और 3 जनवरी को लक्षद्वीप में थे. First Updated : Saturday, 28 September 2024