COP28 Summit: PM मोदी ने की कतर के शासक से मुलाकात, 8 पूर्व नौसैनिकों को मौत की सजा पर हुई अहम बात!
PM Modi-Amir Sheikh Tamim Bin Hamad Al Thani Talks:पीएम मोदी ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से मुलाकात कर भारतीय समुदाय के कल्याण को लेकर चर्चा की.
हाइलाइट
- नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को सुनाई थी मौत कि सजा
PM Modi-Amir Sheikh Tamim Bin Hamad Al Thani Talks:कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से पीएम मोदी के मुलाकात की . पीएम मोदी के कतार के शासक से मुलाकात में दोनों देशों के संबंधों पर चर्चा की गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (2 दिसंबर) को कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों को लेकर चर्चा की. तेल समृद्ध देश में भारतीयों के कल्याण पर बात हुई.
''दुबई में COP28 के दौरान कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद से मिलने का अवसर मिला. द्विपक्षीय साझेदारी की संभावना और कतर में भारतीय समुदाय के कल्याण को लेकर दोनों देशों के बीच अच्छी बातचीत हुई.''
On the sidelines of the #COP28 Summit in Dubai yesterday, had the opportunity to meet HH Sheikh @TamimBinHamad, the Amir of Qatar. We had a good conversation on the potential of bilateral partnership and the well-being of the Indian community in Qatar. pic.twitter.com/66a2Zxb6gP
— Narendra Modi (@narendramodi) December 2, 2023
बता दें कि दोनों नेताओं के बीच मुलाकात ऐसे समय में हुई जब कतर में भारत के आठ पूर्व नौसैनिकों को मौत की सजा सुनाई गई है. भारत सरकार सभी लोगों की देश वापसी का प्रयास कर रही है और सजा के खिलाफ कोर्ट में अपील की है.
नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को सुनाई थी मौत की सजा
भारत के नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को कतर की एक कोर्ट ने 26 नवंबर को मौत की सजा सुनाई थी. जिस पर भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि वो इस फैसले से वो स्तब्ध है. भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को कतर की एक कोर्ट ने 26 नवंबर को मौत की सजा सुनाई थी. जिस पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि इस फैसले से वो स्तब्ध है. पूरे मामले में सभी कानूनी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है.
बता दें कि नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने शुक्रवार (1 दिसंबर) को बताया था कि पूर्व नौसैनिकों को वापस लाने का भारत सरकार हरसंभव कोशिश कर रही है.
क्या है मामला ?
ये आठ पूर्व नौसैनिक भारतीय नागरिक अल दहरा कंपनी में काम कर रहे थे और जासूसी के एक कथित मामले में पिछले साल अगस्त में हिरासत में लिया गया था. हालांकि, कतर ने आरोपों को लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है.