पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान की मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। बुधवार को इस्लामाबाद जिला एवं सत्र न्यायालय ने तोशाखाना मामले में इमरान खान के खिलाफ आरोप तय कर दिए है। वहीं दूसरी तरफ अल-कादिर ट्रस्ट केस में इमरान खान को आठ दिन की रिमांड में भेज दिया गया है। भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी (एनएबी) की याचिका पर कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है।
दरअसल, मंगलवार को पाक रेंजर्स ने पीटीआई प्रमुख को इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया था। अल कादिर ट्रस्ट मामले में उनकी गिरफ्तारी की गई थी। इमरान खान की गिरफ्तारी के खिलाफ उनके समर्थक देश भर में हिंसक प्रर्दशन कर रहे है। इस बीच बुधवार को पीटीआई अध्यक्ष के खिलाफ तोशखाना मामले में आरोप तय किए गए है।
इमरान खान को अल-कादिर ट्रस्ट केस में भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी (एनएबी) के आदेश पर पाकिस्तान रेंजर्स ने मंगलवार को गिरफ्तार किया था। इसके बाद इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने मंगलवार रात इमरान खान की गिरफ्तारी सही ठहराया। कोर्ट ने एनएबी की याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि इमरान खान की गिरफ्तारी के दौरान एनएबी ने सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी की थी।
इस बीच बुधवार को एनएबी कोर्ट ने इमरान खान को आठ दिन की रिमांड में भेज दिया गया है। एनएबी कोर्ट ने कहा कि इमरान को 17 मई को फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इमरान खान को एनएबी ने 60 अरब पाकिस्तानी रुपये का घोटाला करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। विशेष कोर्ट में इस मामले की सुनवाई हुई। कोर्ट में इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी के खिलाफ भी वारंट जारी करने की मांग की गई। इस मामले पर कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया।
यह मामला इमरान खान के प्रधानमंत्री पद पर रहने के दौरान का है, जब वे पाकिस्तान के पीएम रहे थे। पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान पर आरोप है कि उन्होंने प्रधानमंत्री रहते हुए तोशाखाना से सस्ते मूल्य पर एक महंगी ग्राफ कलाई घड़ी सहित अन्य उपहार खरीदने और लाभ के लिए उन्हें मंहगे दामों में बेचा है। दरसअल, इमरान खान को उनकी आधिकारिक यात्राओं के दौरान करीब 14 करोड़ रुपये के 58 मंहगे गिफ्ट मिले थे। इन तोहफों को तोशाखाना में जमा किया गया था। इसके बाद इमरान ने तोशखाना से इन्हें सस्ते दामों में खरीदा और महंगे दाम में बाजार में बेच दिया था। इस प्रक्रिया के लिए उन्होंने सरकारी कानून में भी बदलाव किए थे। इस मामले में पिछले साल अक्तूबर में पाकिस्तान चुनाव आयोग ने इमरान खान को अयोग्य घोषित कर दिया था। First Updated : Wednesday, 10 May 2023