Video: पाकिस्तान की अनोखी दास्तान! इमरान के समर्थन में आंसू गैस से बचने के लिए लोग उठा लाएं पंखे!

पाकिस्तान में इमरान खान के समर्थकों ने इस्लामाबाद में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया, लेकिन इस बार उनका तरीका कुछ अलग था. प्रदर्शनकारियों ने आंसू गैस से बचने के लिए बड़े-बड़े इंडस्ट्रियल फैंस का इस्तेमाल किया. ये पंखे खासतौर पर विरोध के लिए तैयार किए गए थे. हालांकि, प्रदर्शन हिंसक हो गया और इसमें कई सुरक्षाकर्मी घायल हो गए. जानिए इस अनोखे विरोध की पूरी कहानी और क्या हो रहा है पाकिस्तान की सड़कों पर!

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Imran Supporters Unique Protest in Pakistan: पाकिस्तान में इस समय एक बड़ी राजनीतिक हलचल मची हुई है. पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थक पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद की सड़कों पर उतर आए हैं. उनका उद्देश्य है इमरान खान की रिहाई की मांग को लेकर विरोध करना, लेकिन इस बार विरोध का तरीका थोड़ा अलग है. विरोध करने वाले लोग अब सड़कों पर बड़े-बड़े पंखे लेकर आ रहे हैं, जो केवल एक प्रतीक नहीं, बल्कि उनकी सुरक्षा का भी एक उपाय बन गए हैं.

विरोध में पंखे, एक अनोखा तरीका!

इमरान समर्थक इस बार पूरी तैयारी के साथ आए हैं. पुलिस की तरफ से विरोधियों को रोकने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया जा रहा है. ऐसे में इन प्रदर्शनकारियों ने एक नया तरीका निकाला है. पैरामोटरिंग में इस्तेमाल होने वाले बड़े-बड़े इंडस्ट्रियल फैंस लेकर प्रदर्शनकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि वे आंसू गैस से बच सकें. यह पंखे खासतौर पर प्रदर्शन के लिए तैयार किए गए हैं और इनका इस्तेमाल इस्लामाबाद की सड़कों पर होने वाले विरोध प्रदर्शन में पहली बार किया जा रहा है.

कैसे काम करते हैं ये पंखे?

इन पंखों को ट्रकों पर लादकर लाया गया है, ताकि प्रदर्शनकारी आसानी से अपनी सुरक्षा कर सकें. पंखों को ऑपरेट करने के लिए बिजली जनरेटर की भी व्यवस्था की गई है. पीटीआई के सोशल मीडिया प्रमुख इकराम खट्टाना ने बताया कि कुल छह पंखे हैं, जो पेशावर से इस्लामाबाद पहुंचाए गए हैं. इन पंखों का मुख्य उद्देश्य विरोध प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा प्रदान करना है, ताकि प्रदर्शनकारी आंसू गैस और अन्य भीड़ नियंत्रित करने के उपायों से बच सकें.

विरोध प्रदर्शन और हिंसा का बढ़ता रूप

हालांकि, इस विरोध प्रदर्शन का शांतिपूर्वक तरीका नहीं रहा है. प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़पें हुई हैं. इन झड़पों में चार अर्धसैनिक बल के जवान और दो पुलिसकर्मी मारे गए हैं. 100 से अधिक सुरक्षाकर्मी घायल भी हुए हैं. सरकारी मीडिया के अनुसार, हिंसा को देखते हुए सरकार ने राजधानी इस्लामाबाद में सेना तैनात करने का आदेश दिया है और उपद्रवियों पर कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं. सरकार ने यह भी कहा है कि अगर कोई उपद्रवी पकड़ा गया, तो उसे गोली मारने का आदेश दिया गया है. First Updated : Tuesday, 26 November 2024