दुनिया के वो देश जहां हर नागरिक को करनी पड़ती है आर्मी सेवा, चाहे लड़का हो या लड़की...
क्या आप जानते हैं, कुछ देशों में हर नागरिक को सेना में भर्ती होना पड़ता है, चाहे वो लड़का हो या लड़की? इजरायल, ईरान, दक्षिण कोरिया जैसे देशों में तो यह नियम सख्ती से लागू है. जानिए कौन से देश हैं जहां आर्मी सर्विस की है इतनी अहमियत और क्यों हर नागरिक को इसका हिस्सा बनना पड़ता है. आखिर, इन देशों ने यह कदम क्यों उठाया है? पढ़िए पूरी खबर और जानिए इन देशों की आर्मी सर्विस से जुड़े दिलचस्प तथ्यों के बारे में!

Military Service is Mandatory: दुनिया में कई देश ऐसे हैं, जहां नागरिकों के लिए आर्मी सेवा अनिवार्य है. यह सेवा लड़के हो या लड़कियां, सभी के लिए जरूरी होती है. इस नियम के पीछे अलग-अलग देशों के अपने-अपने कारण होते हैं. इस आर्टिकल में हम जानेंगे उन देशों के बारे में, जहां हर नागरिक को आर्मी में भर्ती होकर सेवा देनी पड़ती है.
इजरायल: महिलाओं के लिए भी अनिवार्य आर्मी सर्विस
इजरायल में आर्मी सर्विस का नियम सबसे सख्त है. यह देश चारों तरफ से दुश्मनों से घिरा हुआ है, और यहां पुरुषों को 32 महीने और महिलाओं को 24 महीने तक आर्मी सेवा में रहना पड़ता है. यह दुनिया का इकलौता देश है, जहां महिलाओं के लिए भी सैन्य सेवा अनिवार्य है. इजरायल की कुल जनसंख्या भी एक करोड़ से कम है, इसलिए यहां हर नागरिक के लिए अपनी सेना को मजबूत बनाना जरूरी है.
ईरान: 18 साल की उम्र में शुरू होती है सैन्य सेवा
मध्य-पूर्व के देश ईरान में भी यह नियम लागू है. यहां हर पुरुष को 18 साल की उम्र में आर्मी में भर्ती होना पड़ता है. उन्हें इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड या ईरानी सेना में 2 साल तक सेवा देनी होती है. हालांकि, ईरान ने हाल ही में इस सेवा की अवधि घटाकर 14 महीने कर दी है.
दक्षिण कोरिया: 18 से 35 वर्ष के बीच हर पुरुष को आर्मी सेवा
दक्षिण कोरिया में भी अनिवार्य सैन्य सेवा का नियम लागू है. यहां 18 से 35 वर्ष की आयु के पुरुषों को आर्मी सेवा देनी होती है. हालांकि, इस देश में महिलाओं को सैन्य सेवा का नियम लागू नहीं है. यह नियम 1957 से लागू है, और यहां की सेना ने इसे सुरक्षा की दृष्टि से अनिवार्य बना रखा है.
मेक्सिको: पुरुषों के लिए एक साल की सैन्य सेवा
मेक्सिको में भी हर पुरुष को 18 साल की उम्र में आर्मी सेवा देनी होती है. हालांकि, इसमें कोई लड़ाकू भूमिका नहीं होती, बल्कि पुरुषों को वीकेंड पर ड्रिल और सामाजिक सेवाओं में भाग लेना होता है. राष्ट्रीय सैन्य सेवा (Servicio Militar Nacional) के तहत यह सेवा एक साल तक होती है, जो विशेष रूप से शारीरिक रूप से सक्षम युवकों के लिए होती है.
इन देशों में भी लागू है अनिवार्य सैन्य सेवा
सिंगापुर, स्विट्जरलैंड, थाईलैंड, तुर्की, संयुक्त अमीरात और नॉर्वे जैसे देशों में भी अनिवार्य सैन्य सेवा का नियम लागू है. इन देशों में केवल शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को इस सेवा से छूट मिलती है. इन देशों में आर्मी सेवा की अवधि और नियम अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन उद्देश्य एक ही है — देश की सुरक्षा और नागरिकों की तैयारियों को मजबूत करना.
आर्मी सेवा एक तरह से किसी देश की सुरक्षा को मजबूत बनाने का तरीका है. जहां कुछ देशों में यह पुरुषों के लिए अनिवार्य है, वहीं कुछ देशों में महिलाओं को भी इस सेवा का हिस्सा बनाया जाता है. इन देशों के द्वारा यह कदम अपने नागरिकों को देश की रक्षा में सक्रिय रूप से शामिल करने का है.